Himachal News: हमीरपुर सदर के विधायक आशीष शर्मा ने सुजानपुर में हुई पुलिस कार्रवाई को राजनीतिक दबाव का परिणाम बताया है। बुधवार को पत्रकार वार्ता में उन्होंने आरोप लगाया कि उनके चाचा के क्रेशर पर डेढ़ साल से कोई गतिविधि नहीं हो रही थी, फिर भी पुलिस ने असंवैधानिक तरीके से कार्रवाई की।
विधायक ने लगाए गंभीर आरोप
विधायक शर्मा ने दावा किया कि उनकी छवि धूमिल करने के लिए यह कार्रवाई की गई। उन्होंने कहा, “पुलिस अधिकारियों ने अपने आकाओं को खुश करने के लिए पद का दुरुपयोग किया है।” उन्होंने डीजीपी हिमाचल प्रदेश, पुलिस अधीक्षक हमीरपुर, उपायुक्त हमीरपुर और थाना प्रभारी सुजानपुर के खिलाफ लिखित शिकायत दर्ज कराई है।
क्या हुआ था क्रेशर पर?
पुलिस द्वारा जारी प्रेस नोट के अनुसार, क्रेशर से चार टिपर, एक पोकलेन, दो जेसीबी और मिक्सर जब्त किए गए। लेकिन विधायक ने दावा किया कि सीसीटीवी फुटेज साफ दिखाता है कि सभी वाहन खड़े थे और केवल दो कर्मचारी मौजूद थे। उन्होंने सवाल उठाया, “बिना वारंट के पुलिस ने वहां प्रवेश कैसे किया? सीसीटीवी की हार्ड ड्राइव क्यों ले गए?”
अदालत तक लड़ेंगे मामला
आशीष शर्मा ने स्पष्ट किया कि अगर पुलिस एफआईआर दर्ज नहीं करती है तो वे अदालत का दरवाजा खटखटाएंगे। उन्होंने कहा, “हम शंकर महादेव और जनता के आशीर्वाद से इस अन्याय के खिलाफ लड़ेंगे।” विधायक ने जोर देकर कहा कि क्रेशर पर मौजूद सामग्री पहले से वहां थी और इसका ब्यौरा खनन विभाग के पास उपलब्ध है।
बड़सर में नशा मुक्ति अभियान
इस बीच, बड़सर उपमंडल में एसडीएम राजेंद्र गौतम ने अधिकारियों और कर्मचारियों को नशा मुक्त भारत अभियान के तहत शपथ दिलाई। कार्यक्रम में सभी ने नशामुक्ति के प्रति प्रतिबद्धता जताई और अभियान में सक्रिय योगदान देने का संकल्प लिया।
विधायक शर्मा ने अपनी बात समाप्त करते हुए कहा कि वे जनसेवा के लिए राजनीति में आए हैं और भ्रष्ट तत्वों के खिलाफ निर्भीकता से लड़ते रहेंगे। उन्होंने कहा कि सच्चाई अदालत के माध्यम से सामने आएगी और न्याय मिलेगा।
