Himachal Pradesh News: लोक निर्माण विभाग मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश से हो रही तबाही के बीच एक महत्वपूर्ण संदेश जारी किया। उन्होंने सोशल मीडिया पर पोस्ट करके कहा कि प्रदेश एक गंभीर चुनौती से गुजर रहा है। अंधाधुंध सड़क निर्माण और वनों की कटाई से पहाड़ी भूमि पर भारी विनाश हो रहा है।
वैज्ञानिक अध्ययन के बाद ही सड़क निर्माण
मंत्री ने घोषणा की कि अब कोई भी सड़क परियोजना भूवैज्ञानिक अध्ययन के बिना शुरू नहीं होगी। आधुनिक तकनीकों का उपयोग करके ऐसी सड़कें बनाई जाएंगी जो पहाड़ों की प्राकृतिक संरचना को न्यूनतम नुकसान पहुंचाएं। प्रत्येक सड़क परियोजना के साथ अनिवार्य पौधारोपण कार्यक्रम जोड़ा जाएगा।

वनीकरण और जल संरक्षण पर जोर
विक्रमादित्य सिंह ने वनीकरण को सर्वोच्च प्राथमिकता बनाने की बात कही। उन्होंने जल संरक्षण के क्षेत्र में क्रांतिकारी बदलाव की घोषणा की। पारंपरिक जल संग्रह प्रणालियों को पुनर्जीवित किया जाएगा। प्रत्येक गांव में वर्षा जल संचयन की आधुनिक व्यवस्था स्थापित की जाएगी।
स्थानीय समुदायों की भागीदारी
मंत्री ने स्थानीय समुदायों को पौधारोपण के लिए प्रोत्साहित करने की बात कही। निर्माण कार्यों में स्थानीय पत्थर और प्राकृतिक सामग्री के उपयोग पर जोर दिया जाएगा। उन्होंने हिमाचलवासियों से पर्वतों की रक्षा करने और वनों को हरा-भरा बनाए रखने का आह्वान किया।
