Himachal News: हिमाचल प्रदेश में पुलिस ने नशा माफिया की कमर तोड़ दी है. मुख्यमंत्री के आदेश पर दवा कंपनियों पर बड़ी कार्रवाई हुई है. पुलिस और ड्रग विभाग की टीम ने बुधवार को 20 जगहों पर छापेमारी की. इस दौरान 4 कंपनियों को अवैध रूप से दवा बनाते हुए पकड़ा गया है. यह कार्रवाई ‘एंटी चिट्टा ड्राइव’ के तहत की गई है.
भारी मात्रा में कच्चा माल बरामद
जांच टीम ने बिलासपुर, नालागढ़, सिरमौर और ऊना में दबिश दी. यहां से भारी मात्रा में तैयार दवाएं और कच्चा माल मिला है. हिमाचल प्रदेश पुलिस ने अभी कंपनियों के नाम उजागर नहीं किए हैं. नाम बताने से आगे की जांच प्रभावित हो सकती है. पकड़ी गई कंपनियों के पास दवा बनाने का लाइसेंस नहीं था. वहां अवैध तरीके से उत्पादन चल रहा था.
बंद फैक्ट्रियों में चल रहा था खेल
खुफिया एजेंसियों को इस अवैध कारोबार की सूचना मिली थी. हिमाचल प्रदेश में कुछ बंद हो चुकी फैक्ट्रियां फिर से चल रही थीं. वहां चोरी-छिपे नकली और नशीली दवाएं बन रही थीं. यहां से फर्जी ब्रांड की दवाएं बाहर भेजी जा रही थीं. इसी सूचना के आधार पर पूरे राज्य में छापेमारी की योजना बनी. टीम ने दस्तावेजों और स्टॉक की बारीकी से जांच की.
बद्दी से लेकर नूरपुर तक रेड
टीम ने ऊना और बिलासपुर में दो-दो जगहों पर रेड की. सोलन में चार और सिरमौर में एक जगह छापा मारा गया. पुलिस जिला बद्दी की 10 फार्मा इकाइयों में जांच हुई. नूरपुर में भी पुलिस ने दबिश दी. कुल 20 जगहों पर जांच की गई. इनमें से 4 जगह नियम टूटते हुए मिले. अब इनके खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई शुरू हो गई है.
नशा माफिया पर सख्त होगी पुलिस
पुलिस प्रशासन ने साफ कर दिया है कि हिमाचल प्रदेश में नशा नहीं चलेगा. अवैध दवा बनाने वालों पर जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाई जाएगी. राज्य दवा नियंत्रक मनीष कपूर ने भी इसकी पुष्टि की है. यह कार्रवाई उन पुरानी इकाइयों पर हुई जो पहले भी रडार पर थीं. पुलिस अब इस पूरे नेटवर्क को खत्म करने में जुटी है.
