शुक्रवार, दिसम्बर 19, 2025

हिमाचल प्रदेश: हमीरपुर में पागल बैल ने मचाया तहलका, पशुपालन विभाग ने दिया बेहोशी का इंजेक्शन

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Himachal News: हिमाचल प्रदेश के हमीरपुर जिले में एक पागल बैल ने दो दिनों तक उत्पात मचाया। यह घटना सुजानपुर क्षेत्र की भलेठ पंचायत में घटी। बैल ने अचानक तेजी से दौड़ना शुरू किया और लोगों पर जानलेवा हमले किए। इसके कारण कई लोग घायल हुए और बैल भी चोटिल हो गया। स्थानीय लोग इसे पकड़ने में लगातार असफल रहे।

लोग दहशत के मारे घरों से बाहर निकलने से कतराने लगे। बैल का आतंक इतना बढ़ गया कि स्थानीय जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया। लोगों ने प्रशासन से मदद की गुहार लगाई। अंततः पशुपालन विभाग की टीम ने बैल को काबू में लिया।

पशुपालन विभाग की कार्रवाई

शनिवार सुबह पशुपालन विभाग कीविशेष टीम मौके पर पहुंची। टीम ने बैल को बेहोशी का इंजेक्शन देकर काबू में किया। इसके बाद बैल को रस्सियों से बांध दिया गया। भलेठ प्रधान जगन कटोच ने इसकी पुष्टि की। उन्होंने बताया कि बैल अब सुरक्षित जगह बंधा हुआ है।

स्थानीय लोगों ने बैल के काबू में आने के बाद राहत की सांस ली। हालांकि उनमें अब भी डर बना हुआ है। लोगों को चिंता है कि कहीं बैल फिर से छूट न जाए और फिर से उत्पात न मचाए। इसलिए सतर्कता बरती जा रही है।

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प्रशासन का तत्परता

मौकेपर एसडीएम सुजानपुर विकास शुक्ला भी पहुंचे। उन्होंने स्थिति का जायजा लिया और आगे की कार्रवाई सुनिश्चित की। पुलिस और फायर ब्रिगेड की टीमें भी घटनास्थल पर मौजूद रहीं। उपमंडल अधिकारी ने भी मामले की गंभीरता को समझा।

प्रशासन ने लोगों से सावधानी बरतने की अपील की है। लोगों को बैल से दूरी बनाए रखने के निर्देश दिए गए हैं। किसी को भी बैल के नजदीक जाने की अनुमति नहीं है। रस्सी खुलने की स्थिति में बैल फिर से नुकसान पहुंचा सकता है।

स्थानीय लोगों की प्रतिक्रिया

स्थानीय निवासीइस घटना से काफी डरे हुए हैं। उनका कहना है कि बैल ने दो दिनों तक पूरे इलाके में दहशत फैलाई रखी। लोग अपने घरों में दुबके रहे और बाहर निकलने से डरते रहे। कई लोगों ने अपने कामकाज पर असर पड़ने की बात कही।

कुछ लोगों ने बताया कि बैल अचानक ही पागल हो गया था। उसने बिना किसी चेतावनी के लोगों पर हमला करना शुरू कर दिया। स्थानीय युवाओं ने बैल को पकड़ने की कोशिश की लेकिन वे सफल नहीं हो पाए। बैल बहुत तेज और आक्रामक था।

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सुरक्षा के उपाय

प्रशासन नेबैल की सुरक्षित रखने के लिए विशेष इंतजाम किए हैं। बैल को मजबूत रस्सियों से बांधा गया है और उस पर नजर रखी जा रही है। पशुपालन विभाग के अधिकारी समय-समय पर जांच कर रहे हैं। बैल के स्वास्थ्य की भी निगरानी की जा रही है।

स्थानीय प्रशासन ने लोगों से अनुरोध किया है कि वे बैल के आसपास भीड़ न जमा करें। किसी भी प्रकार की उत्सुकतावश बैल के पास जाना खतरनाक हो सकता है। प्रशासन ने संबंधित पशु के मालिक से भी बातचीत की है।

भविष्य की कार्ययोजना

प्रशासन नेइस तरह की घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकने के लिए कदम उठाए हैं। पशुपालन विभाग ने पशुओं के टीकाकरण और देखभाल के बारे में जागरूकता फैलाने का निर्णय लिया है। स्थानीय लोगों को पशुओं के असामान्य व्यवहार की सूचना तुरंत देने के लिए कहा गया है।

पशु चिकित्सा विशेषज्ञों की एक टीम बैल के व्यवहार में बदलाव के कारणों का पता लगाएगी। वे यह जांच करेंगे कि बैल अचानक इतना आक्रामक क्यों हो गया। इससे भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने में मदद मिलेगी।

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