Kangra News: विधानसभा क्षेत्र इंदौरा में खैर तस्करी का एक नया मामला सामने आया है। गुरुवार रात भदरोया वन रेंज में एक गाड़ी खैर की लकड़ी से भरी हुई पकड़ी गई। वन विभाग की टीम ने गाड़ी को कब्जे में लेकर भदरोया रेंज कार्यालय में रोक दिया। आबकारी विभाग ने जांच में पाया कि गाड़ी का ई-वे बिल पंजाब के रूपनगर से हरियाणा के करनाल के लिए बना हुआ था।
ई-वे बिल में गड़बड़ी
अधिकारियों ने बताया कि जहां गाड़ी पकड़ी गई, वह स्थान उसके मार्ग में बिल्कुल भी नहीं आता। इससे साफ पता चलता है कि मामला संदिग्ध है। गाड़ी में खैर की लकड़ी अवैध रूप से ले जाई जा रही थी। आबकारी विभाग ने तुरंत जांच शुरू कर दी है। मामले में कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
पिछले रिकॉर्ड में भी खैर तस्करी
स्थानीय रिपोर्ट्स के अनुसार नूरपुर वन मंडल में पिछले दो साल से खैर तस्करी बढ़ी है। जनवरी से अप्रैल 2025 के बीच भदरोया और रे वन रेंज में बड़े पैमाने पर अवैध कटान हुआ था। उस समय भी आरोप लगे थे कि लकड़ी को गलत ई-वे बिल बनाकर पंजाब और हरियाणा भेजा गया।
वन विभाग ने की कार्रवाई
प्रधान मुख्य अरण्यपाल वन विभाग ने मामले की पुष्टि की है। उन्होंने धर्मशाला के वन अरण्यपाल को तुरंत कठोर कार्रवाई के आदेश दिए हैं। उन्होंने कहा कि दोषियों को किसी भी सूरत में नहीं बख्शा जाएगा। वन विभाग की टीम मामले की गहन जांच कर रही है। अवैध कटान रोकने के लिए कड़े कदम उठाए जाएंगे।
