Arki News: ग्राम पंचायत धुन्दन के रिहाल गांव के पूर्व सैनिक कन्हैया लाल का 80 वर्ष की आयु में निधन हो गया। वह वर्ष 1965 में जैक राइफल्स में भर्ती हुए थे और 1980 में सेवानिवृत्त हुए। उन्होंने 1965 और 1971 के भारत-पाकिस्तान युद्ध में सक्रिय रूप से भाग लिया था। उनके अंतिम संस्कार में सैन्य सम्मान दिया गया।
14 जीटीसी के कमांडैंट की ओर से नायब सूबेदार सूरज बहादुर कुमल और दो अन्य जवानों ने उन्हें सैन्य सम्मान दिया। उन्होंने श्रद्धांजलि अर्पित की और परिवार के प्रति संवेदना व्यक्त की। इस दौरान कई पूर्व सैनिक और स्थानीय लोग मौजूद रहे।
सैन्य जीवन और योगदान
कन्हैया लाल ने अपने सैन्य जीवन की शुरुआत 1965 में की थी। उन्होंने जैक राइफल्स में सेवा दी। उन्होंने 1965 और 1971 के युद्ध में बहादुरी से लड़ाई लड़ी। 1980 में वह सेवानिवृत्त हुए। सेवानिवृत्ति के बाद वह अपने गांव रिहाल में रहते थे।
श्रद्धांजलि समारोह
अर्की लीग के अध्यक्ष कैप्टन पदम देव ठाकुर ने श्रद्धांजलि दी। कैप्टन नरेश कुमार, सूबेदार मंजीत भाटिया और हवलदार नत्थूराम भी मौजूद रहे। दाड़लाघाट लीग के कैप्टन हीरा लाल और कैप्टन नंद बाल ने भी श्रद्धांजलि दी।
कैप्टन धमेंद्र सिंह, कैप्टन जगजीत सिंह और हवलदार गोविंद राम ने भी भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की। सभी ने कन्हैया लाल के योगदान को याद किया। उन्होंने परिवार के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त की।
