Himachal News: हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस सरकार के तीन साल के जश्न पर सियासत गरमा गई है। पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने सुक्खू सरकार को आड़े हाथों लिया है। उन्होंने मंडी में आयोजित कार्यक्रम को असंवेदनशील बताया। जयराम ने कहा कि जहां आपदा ने तबाही मचाई, वहां जश्न मनाना गलत है। सरकार ने पीड़ितों के जख्मों पर नमक छिड़का है। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार ने विजन पेश करने के बजाय केंद्र को कोसने का काम किया।
मंच पर दिखी सीएम और डिप्टी सीएम की तकरार
जयराम ठाकुर ने कहा कि मंच पर अजीब नजारा दिखा। मुख्यमंत्री और उप मुख्यमंत्री एक-दूसरे पर भड़ास निकालते दिखे। मुकेश अग्निहोत्री ने सीएम सुक्खू को नसीहत दी। उन्होंने कहा कि डंडा मजबूती से पकड़ना होगा। जनता और अधिकारी यह देख हैरान रह गए। यह मंच आपसी खुन्नस निकालने का नहीं था। सरकार ने करोड़ों रुपये सिर्फ अपनी लड़ाई दिखाने के लिए खर्च किए। हिमाचल प्रदेश की जनता ने यह तमाशा देखा।
प्रतिभा सिंह और विक्रमादित्य रहे नदारद
हिमाचल प्रदेश कांग्रेस में गुटबाजी भी सामने आई। कार्यक्रम में हॉली लॉज का जिक्र नहीं हुआ। प्रतिभा सिंह और विक्रमादित्य सिंह वहां मौजूद नहीं थे। न ही उनके पोस्टर लगाए गए थे। जयराम ने कहा कि सरकार ने हॉली लॉज को किनारे कर दिया है। इसी परिवार के सहारे कांग्रेस सत्ता में आई थी। यह सरकार की अंदरूनी कलह को साबित करता है।
भीड़ जुटाने के लिए सरकारी मशीनरी का दुरुपयोग
नेता प्रतिपक्ष ने आरोप लगाया कि भीड़ जबरदस्ती बुलाई गई। स्कूली बच्चों और आईटीआई छात्रों को बसों में भरकर लाया गया। कर्मचारियों पर रैली में आने का दबाव था। इसके बावजूद रैली पूरी तरह फ्लॉप रही। लोग और लाभार्थी सिर्फ मदद की आस में आए थे। लेकिन उन्हें निराशा ही हाथ लगी। सरकार ने जनता के पैसे का दुरुपयोग किया है।
हर्ष महाजन ने बताया तानाशाही रवैया
राज्यसभा सांसद हर्ष महाजन ने भी सरकार पर हमला बोला। उन्होंने कहा कि रैली में बेरोजगारों की आवाज दबाई गई। नर्सों ने अपनी मांगों को लेकर नारे लगाए। पुलिस ने उनकी तख्तियां छीन लीं। महाजन ने कहा कि यह तानाशाही है। सरकार सच सुनने से डरती है। हिमाचल प्रदेश की जनता महंगाई और बेरोजगारी से परेशान है। अग्निहोत्री की भाषा को उन्होंने अलोकतांत्रिक बताया।
