Himachal News: हिमाचल प्रदेश के 2009 बैच के आईपीएस अधिकारी विमुक्त रंजन को राष्ट्रपति पुलिस विशिष्ट सेवा पदक से सम्मानित किया जाएगा। यह सम्मान देश की आंतरिक सुरक्षा और विशेष सेवाओं में उत्कृष्ट योगदान के लिए दिया जाता है।
PM मोदी की सुरक्षा में भी निभाई भूमिका
विमुक्त रंजन वर्तमान में विशेष सुरक्षा समूह (SPG) में डीआईजी के पद पर तैनात हैं। इससे पहले वे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सुरक्षा में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभा चुके हैं। उनकी सेवाओं को देखते हुए 2019 में भी उन्हें राष्ट्रपति पुलिस सेवा पदक मिल चुका है।
हिमाचल के हमीरपुर से है संबंध
विमुक्त रंजन मूल रूप से हिमाचल प्रदेश के हमीरपुर जिले के निवासी हैं। उन्होंने हमीरपुर से स्कूली शिक्षा पूरी की और धर्मशाला के राजकीय महाविद्यालय से स्नातक किया। कड़ी मेहनत के बल पर उन्होंने IPS का पद हासिल किया।
कांगड़ा में SP रहते हुए किया नशा माफिया के खिलाफ कार्रवाई
विमुक्त रंजन 2019 से 2022 तक कांगड़ा जिले के पुलिस अधीक्षक (SP) रहे। इस दौरान उन्होंने नशा तस्करों के खिलाफ बड़ा अभियान चलाया। उनके नेतृत्व में कई आरोपियों को गिरफ्तार किया गया और बड़ी मात्रा में नशीले पदार्थ जब्त किए गए।
हिमाचल में विभिन्न पदों पर रह चुके हैं तैनात
IPS बनने के बाद विमुक्त रंजन ने हिमाचल प्रदेश में कई महत्वपूर्ण पदों पर काम किया है। वे विजिलेंस एसपी, शिमला के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक और ऊना में वनगढ़ बटालियन के कमांडेंट के पद पर भी रह चुके हैं। उनकी सेवाओं को हमेशा सराहा गया है।
विमुक्त रंजन को मिलने वाला यह सम्मान उनके द्वारा पुलिस सेवा में किए गए उत्कृष्ट योगदान को दर्शाता है। उनका करियर युवाओं के लिए प्रेरणा का स्रोत है।
