Himachal News: राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल ने मंगलवार को अंतरराष्ट्रीय लवी मेले का उद्घाटन किया। इस अवसर पर उन्होंने दिल्ली धमाके में मारे गए लोगों के प्रति संवेदना व्यक्त की। राज्यपाल ने मेले के इतिहास और महत्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने लोक कलाकारों की प्रस्तुतियों की सराहना की। मुख्य रूप से उन्होंने युवाओं में बढ़ रहे चिट्टे नशे पर गहरी चिंता जताई। उन्होंने इसे देश विरोधी ताकतों की साजिश बताया।
राज्यपाल ने कहा कि चिट्टे नशे का प्रचलन युवाओं के लिए खतरा है। उन्होंने इसके विरोध में सामूहिक प्रयासों पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि पुलिस प्रशासन इस मामले में सख्त कार्रवाई कर रहा है। जनप्रतिनिधि भी इस अभियान में सक्रिय भूमिका निभा रहे हैं। आम लोगों से भी उन्होंने प्रशासन का सहयोग करने की अपील की।
पर्यावरण संरक्षण पर जोर
राज्यपाल शुक्ल ने पर्यावरण संरक्षण के मुद्दे को उठाया। उन्होंने कहा कि मानवीय गतिविधियों से पर्यावरण को नुकसान पहुंच रहा है। इसके कारण प्राकृतिक आपदाएं बढ़ रही हैं। उन्होंने सभी से पर्यावरण बचाने के लिए प्रयास करने का आग्रह किया। उन्होंने टिकाऊ विकास की आवश्यकता पर बल दिया।
मेले के शुभारंभ से पहले सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए गए। सिरमौर, मंडी और किन्नौर के कलाकारों ने पारंपरिक नाटी प्रस्तुत की। इसके बाद राज्यपाल ने विभिन्न प्रदर्शनियों का अवलोकन किया। उन्होंने किन्नौर मार्केट और सरकारी विभागों की ओर से लगाई गई प्रदर्शनियों को देखा।
उच्च अधिकारियों की उपस्थिति
इस कार्यक्रम में उपायुक्त शिमला अनुपम कश्यप मौजूद रहे। पुलिस अधीक्षक संजीव गांधी भी इस अवसर पर उपस्थित थे। अधिकारियों ने मेले के सफल आयोजन के लिए तैयारियों की जानकारी दी। उन्होंने पर्यटकों के लिए आवश्यक व्यवस्थाओं का ब्योरा प्रस्तुत किया।
लवी मेला हिमाचल प्रदेश की प्रमुख सांस्कृतिक घटना है। यह मेला स्थानीय कला और संस्कृति को बढ़ावा देता है। इस वर्ष मेले में विशेष सुरक्षा व्यवस्था की गई है। प्रशासन नशा मुक्ति अभियान को गति देने पर काम कर रहा है।
मेले में व्यापारियों और पर्यटकों के लिए विशेष प्रबंध किए गए हैं। स्थानीय उत्पादों की बिक्री के लिए स्टॉल लगाए गए हैं। हस्तशिल्प और हथकरघा उत्पादों को विशेष स्थान दिया गया है। इससे स्थानीय कारीगरों को लाभ मिलने की उम्मीद है।
