Himachal News: हिमाचल प्रदेश के सरकारी स्कूलों में अब गाइड या हेल्प बुक से पढ़ाई नहीं करवाई जा सकेगी। शिक्षा निदेशालय ने इन किताबों पर पूर्ण प्रतिबंध लगा दिया है। कई शिक्षक अभी भी कक्षा में एनसीईआरटी (NCERT) के बजाय निजी प्रकाशकों की गाइड का उपयोग कर रहे हैं। ऐसे शिक्षकों के खिलाफ अब विभाग ने सख्त रुख अपना लिया है। शिक्षा निदेशालय ने सभी जिला अधिकारियों को स्कूलों का औचक निरीक्षण करने के निर्देश दिए हैं। आदेश न मानने वाले शिक्षकों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
एनसीईआरटी की किताबें ही होंगी मान्य
हिमाचल प्रदेश शिक्षा निदेशालय ने पढ़ाई की गुणवत्ता सुधारने के लिए यह फैसला लिया है। कक्षाओं में केवल एनसीईआरटी की पाठ्यपुस्तकों का ही उपयोग अनिवार्य किया गया है। निदेशक आशीष कोहली ने सभी उपनिदेशकों और प्रधानाचार्यों को सख्त आदेश जारी किए हैं।
- गाइड या हेल्प बुक का प्रयोग पूरी तरह वर्जित है।
- अनधिकृत किताबें शिक्षक की रचनात्मकता को खत्म करती हैं।
- छात्रों को मानकीकृत शिक्षा नहीं मिल पाती है।
इससे पहले 18 अगस्त 2025 को भी निर्देश जारी हुए थे। लेकिन कई स्कूलों में इनका पालन नहीं हो रहा था।
औचक निरीक्षण के आदेश जारी
विभाग को लगातार शिकायतें मिल रही थीं कि शिक्षक क्लास में गाइड से पढ़ा रहे हैं। इसे नियमों का खुला उल्लंघन माना गया है। अब हिमाचल प्रदेश के सभी जिलों में अधिकारी स्कूलों का सरप्राइज विजिट करेंगे। जिस भी स्कूल में गाइड बुक या अनाधिकृत सामग्री मिली, वहां तुरंत एक्शन लिया जाएगा। विभाग का मानना है कि हेल्प बुक से रट्टा मारने की प्रवृत्ति बढ़ती है।
20 दिसंबर के बाद नहीं होंगे वार्षिक समारोह
स्कूलों में वार्षिक पुरस्कार वितरण समारोह को लेकर भी नई समय सीमा तय की गई है। हिमाचल प्रदेश के स्कूलों में 20 दिसंबर के बाद कोई भी समारोह आयोजित नहीं होगा।
- शिक्षा सचिव राकेश कंवर ने इस संबंध में पत्र जारी किया है।
- दिसंबर का समय परीक्षा की तैयारियों के लिए महत्वपूर्ण होता है।
- समारोहों के कारण पढ़ाई बाधित नहीं होनी चाहिए।
निदेशालय ने स्पष्ट किया है कि जिन स्कूलों में कार्यक्रम बचे हैं, वे 20 दिसंबर तक इसे निपटा लें।
