Himachal Pradesh News: चंबा जिले में भारी बारिश और बादल फटने से भयंकर तबाही हुई है। तलाई क्षेत्र में बादल फटने से नाले उफान पर आ गए, जिससे गुनियाला गांव में कई वाहन बह गए और बुनियादी ढांचे को भारी नुकसान पहुंचा। भूस्खलन के कारण चंबा-भरमौर समेत कई प्रमुख मार्ग बंद हो गए हैं, जिससे हजारों यात्री फंसे हुए हैं। प्रशासन ने लोगों से सतर्क रहने की अपील की है।
तलाई और गुनियाला गांव में तबाही
डलहौजी के तलाई इलाके में बादल फटने से स्थानीय नाला काफी तेजी से उफान पर आ गया। नाले में आई इस बाढ़ का पानी नीचे स्थित गुनियाला गांव में पहुंच गया। गांव में आई इस बाढ़ ने तीन से चार चार पहिया वाहनों और कुछ दोपहिया वाहनों को बहा दिया। बिजली के ट्रांसफार्मर, खंभे और तारों को भी काफी नुकसान पहुंचा है।
यातायात व्यवस्था चरमराई
भारी बारिश और भूस्खलन के चलते जिले के कई प्रमुख मार्ग बंद हो गए हैं। चंबा-पठानकोट राष्ट्रीय राजमार्ग नाल्डा पुल के पास पहाड़ी दरकने से बंद है। इसके कारण हजारों मणिमहेश यात्री और अन्य लोग फंस गए हैं। चंबा-भरमौर राष्ट्रीय राजमार्ग भी लाहड़ और कलसुईं के पास भूस्खलन के कारण यातायात के लिए बंद कर दिया गया है।
अन्य प्रभावित क्षेत्र
बनीखेत क्षेत्र के नाले भी खतरनाक स्तर तक भर गए हैं। नालों के किनारे बने घरों के अंदर तक पानी और कीचड़ भर गया है। तलाई में एक जंजीर भवन भी बाढ़ की चपेट में आ गया। डलहौजी में भूस्खलन के कारण सुभाष चौक से गांधी चौक जाने वाला रास्ता अवरुद्ध हो गया है। देवीदेहरा रॉक गार्डन में एक पुल बह गया और श्मशान घाट भी पानी में डूब गया।
प्रशासन की चेतावनी
चंबा के उपायुक्त मुकेश रेप्सवाल ने लोगों को सलाह दी है कि भारी बारिश के दौरान जरूरी काम न हो तो घरों से बाहर न निकलें। उन्होंने कहा कि किसी भी तरह की आपदा की सूचना तुरंत पुलिस और प्रशासन को दें, ताकि राहत और बचाव कार्य तेजी से शुरू किया जा सके। एनएच प्राधिकरण ने बंद मार्गों को खोलने के लिए मशीनरी और कर्मचारी तैनात कर दिए हैं।
