Himachal News: Himachal Pradesh की राजधानी शिमला के सबसे बड़े अस्पताल IGMC में भारी तनाव है। यहां डॉक्टर द्वारा मरीज की पिटाई के मामले ने तूल पकड़ लिया है। स्वास्थ्य मंत्री ने आरोपी डॉक्टर को पेशे के लिए अयोग्य बताया है। परिजन अस्पताल में धरना दे रहे हैं और गिरफ्तारी की मांग कर रहे हैं। प्रशासन ने आरोपी डॉक्टर को छुट्टी पर भेज दिया है।
मंत्री बोले- डॉक्टर बनने के काबिल नहीं
स्वास्थ्य मंत्री धनी राम शांडिल ने News 18 से खास बातचीत की। उन्होंने आरोपी डॉक्टर राघव नरूला पर तीखा हमला बोला। मंत्री ने कहा कि वह डॉक्टर बनने के काबिल नहीं है। Himachal Pradesh सरकार उसका कॉन्ट्रैक्ट खत्म कर सकती है। आरोपी का व्यवहार पहले भी खराब रहा है। उसे घमंडी बताया गया है। सरकार ने उसे तुरंत ड्यूटी से हटा दिया है।
पहले भी मिली थीं कई शिकायतें
मंत्री ने खुलासा किया कि राघव नरूला के खिलाफ पहले भी शिकायतें आई थीं। अब अनुशासनात्मक कमेटी पूरे मामले की जांच कर रही है। घटना के वक्त मौजूद अन्य स्टाफ की भूमिका भी जांची जाएगी। Himachal Pradesh पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर ली है। जल्द ही मेडिकल स्टाफ के व्यवहार को लेकर नई गाइडलाइन जारी होगी। मंत्री ने साफ किया कि मरीज के साथ ऐसा सुलूक बर्दाश्त नहीं होगा।
अस्पताल में गिरफ्तारी के लिए नारेबाजी
परिजनों का गुस्सा शांत नहीं हो रहा है। वे डॉक्टर को हटाए जाने से संतुष्ट नहीं हैं। भीड़ आरोपी की तुरंत गिरफ्तारी चाहती है। वीडियो में एक और डॉक्टर निखिल मरीज की टांग पकड़े दिखा था। हालांकि, एमएस डॉ. राहुल राव ने कहा कि मारपीट केवल राघव ने की है। एंडोस्कॉपी के लिए आए मरीज के साथ हुई इस घटना ने Himachal Pradesh की स्वास्थ्य व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं।
