Himachal News: हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा जिले में मानवता को शर्मसार करने वाला मामला सामने आया है। ज्वाली विधानसभा क्षेत्र में शिकारियों द्वारा रखे गए विस्फोटकों से दो गायें बुरी तरह घायल हो गईं। यह घटना पनालथ पंचायत की है। यहाँ अवैध शिकार के लिए आटे की गोलियों में बारूद भरकर रखा गया था। इन गोलियों को खाते ही गायों के जबड़े उड़ गए। पुलिस ने मौके से जिंदा बम भी बरामद किए हैं।
खंडहर में तड़पती मिलीं गायें
हिमाचल प्रदेश पुलिस को सूचना मिली थी कि एक पुराने मकान में दो गायें घायल अवस्था में हैं। पंचायत प्रधान कैप्टन रमेश ने पुलिस थाना ज्वाली को सूचित किया। पुलिस टीम तुरंत मौके पर पहुंची। वहां दो गायें दर्द से तड़प रही थीं। उनके मुंह विस्फोट के कारण बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो चुके थे। जांच के दौरान पुलिस को वहां आटे की 6 और गोलियां मिलीं। इन गोलियों के अंदर बारूद भरा हुआ था।
जंगली जानवरों के लिए लगाया था जाल
जांच में पता चला है कि शिकारियों ने यह जाल जंगली जानवरों के लिए बिछाया था। वे बारूद को आटे की लोई में छिपाकर रखते हैं। जानवर जैसे ही इसे चबाते हैं, यह फट जाता है। इससे जानवर की मौत हो जाती है। लेकिन इस बार गांव के पालतू पशु इसका शिकार बन गए। हिमाचल प्रदेश में अवैध शिकार के ऐसे मामले पहले भी सामने आए हैं। इससे पहले बरियाल में भी ऐसी ही घटना हुई थी।
पुलिस ने डिफ्यूज किए बम
डीएसपी ज्वाली बीरी सिंह ने मामले की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि बरामद बारूद की गोलियों को एफएसएल टीम की मदद से डिफ्यूज कर दिया गया है। पुलिस ने अज्ञात आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। छानबीन जारी है। पंचायत प्रधान ने बताया कि घायल गायें परमजीत और राजकुमार की हैं। उन्होंने हिमाचल प्रदेश सरकार से पीड़ित परिवारों के लिए मुआवजे की मांग की है। दोषियों पर सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए।
