Himachal News: हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल ने विश्वविद्यालयों को स्वतंत्र वातावरण में कार्य करने की वकालत की। उन्होंने कहा कि सरकारों की जिम्मेदारी विश्वविद्यालयों को संसाधन उपलब्ध कराना है। उनके कार्यों में अनावश्यक दखल नहीं देना चाहिए। राज्यपाल वीरवार को सरदार पटेल विश्वविद्यालय मंडी में एक कार्यक्रम में बोल रहे थे।
उन्होंने जोर देकर कहा कि स्वतंत्रता से ही शोध में वृद्धि होती है। ज्ञान की परंपरा मजबूत बनती है। शिक्षा और चिकित्सा जैसे संवेदनशील क्षेत्रों में राजनीति नहीं होनी चाहिए। उन्होंने युवाओं की ऊर्जा को भारत के विकास का मुख्य आधार बताया।
शिक्षा का वास्तविक उद्देश्य
राज्यपाल ने विद्यार्थियों से आह्वान किया कि वे शिक्षा को केवल करियर का माध्यम न समझें। उन्होंने कहा कि शिक्षा समाज परिवर्तन, नवाचार और राष्ट्रीय सेवा का साधन बने। युवाओं की जिज्ञासा और सृजनात्मक शक्ति को राष्ट्र निर्माण में लगाना चाहिए। वर्ष 2047 तक विकसित राष्ट्र बनाने में युवा महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं।
उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालयों को स्वतंत्र वातावरण में कार्य करने की आवश्यकता है। इससे शोध और innovation को बढ़ावा मिलता है। छात्रों में रचनात्मक सोच विकसित होती है। शिक्षण संस्थान राष्ट्र निर्माण में अहम भूमिका निभा सकते हैं।
नशामुक्ति अभियान पर जोर
राज्यपाल ने नशे की समस्या पर गहरी चिंता व्यक्त की। उन्होंने कहा कि नशा व्यक्ति, परिवार और समाज तीनों को प्रभावित करता है। यह राष्ट्र की प्रगति में बाधक है। एक विकसित और सशक्त भारत का निर्माण तभी संभव है जब युवा जागरूक और अनुशासित हों।
उन्होंने सिंथैटिक ड्रग्स के बढ़ते खतरे की ओर ध्यान आकर्षित किया। उन्होंने कहा कि युवाओं को जानबूझकर इस जाल में फंसाने की कोशिश की जा रही है। इससे बचाने के लिए पूरे समाज को एकजुट होना होगा। सामूहिक प्रयासों से ही इस समस्या का समाधान संभव है।
पंचायतीराज चुनाव पर रुख
पत्रकारों ने राज्यपाल से पंचायतीराज चुनावों को लेकर सवाल पूछा। प्रदेश सरकार और चुनाव आयोग के बीच गतिरोध के बारे में जानना चाहा। राज्यपाल शुक्ल ने स्पष्ट किया कि जब यह विषय उनके पास आएगा, तभी वे कुछ कह सकते हैं। अभी इस मामले पर टिप्पणी करना उचित नहीं है।
उन्होंने संवैधानिक प्रक्रियाओं का पालन करने पर जोर दिया। राज्यपाल के रूप में वह निर्धारित प्रक्रिया के अनुसार ही कार्य करेंगे। उचित समय और माध्यम से ही वह इस मामले पर अपनी बात रखेंगे। फिलहाल वह इस विषय पर कोई प्रतिक्रिया देने से बचते रहे।
