शुक्रवार, दिसम्बर 19, 2025

हिमाचल प्रदेश: सरकार अब निजी कंपनी को सौंपेगी वाइल्ड फ्लावर हॉल होटल का संचालन

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Himachal News: हिमाचल प्रदेश सरकार ने शिमला के मशोबरा स्थित वाइल्ड फ्लावर हॉल होटल के संचालन को निजी कंपनी को सौंपने का महत्वपूर्ण निर्णय लिया है। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट बैठक में इसके लिए वैश्विक निविदा जारी करने की स्वीकृति दी गई। यह सेवन स्टार होटल लंबी कानूनी लड़ाई के बाद सरकार के अधीन आया है।

वर्तमान में होटल का संचालन ओबेराय समूह की ईस्ट इंडिया कंपनी कर रही है। कंपनी सरकार को प्रति माह 1.78 करोड़ रुपये का भुगतान करती है। अगले छह महीनों तक यह कंपनी ही होटल का संचालन जारी रखेगी। इस दौरान सरकार टेंडर प्रक्रिया पूरी करेगी।

अंतरराष्ट्रीय निवेशकों को आकर्षित करेगी सरकार

उद्योग मंत्री हर्ष वर्धन चौहान ने बताया कि सरकार होटल के दीर्घकालिक संचालन के लिए अंतरराष्ट्रीय निवेशकों को आकर्षित करना चाहती है। इसीलिए ग्लोबल टेंडर करने का निर्णय लिया गया है। ईस्ट इंडिया कंपनी के पास होटल के संचालन का अधिकार फरवरी 2026 तक है।

यह होटल शिमला से 13 किलोमीटर दूर मशोबरा की पहाड़ियों में स्थित है। यह समुद्र तल से आठ हजार फीट की ऊंचाई पर बना हुआ है। होटल ब्रिटिशकालीन स्थापत्य कला और प्राकृतिक सौंदर्य के लिए प्रसिद्ध है।

ऐतिहासिक महत्व का है यह भवन

मूल रूप से यह भवन लार्ड किचनर का निवास स्थान हुआ करता था। बाद में इस भवन को होटल में परिवर्तित कर दिया गया। वाइल्ड फ्लावर हॉल में कुल 85 कमरे हैं। इन कमरों का न्यूनतम किराया 30,400 रुपये और अधिकतम किराया 2.60 लाख रुपये है।

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सरकार को दी जाने वाली राशि कमरों की औसत बुकिंग के आधार पर निर्धारित होती है। होटल की स्थापना और वास्तुकला पर्यटकों के लिए विशेष आकर्षण का केंद्र है। यह स्थान प्राकृतिक सौंदर्य से भरपूर है।

1993 से चल रहा है विवाद

इस होटल से जुड़ा विवाद 1993 से चला आ रहा है। उस वर्ष होटल में आग लग गई थी। होटल को फिर से फाइव स्टार होटल के रूप में विकसित करने के लिए सरकार ने ईस्ट इंडिया होटल्स के साथ करार किया था।

कंपनी को चार साल में होटल का निर्माण कार्य पूरा करना था। समय सीमा पूरी न होने पर कंपनी को प्रति वर्ष दो करोड़ रुपये का जुर्माना अदा करना था। कंपनी छह वर्ष में भी होटल का काम पूरा नहीं कर पाई।

कानूनी लड़ाई के बाद मिला अधिकार

सरकार ने 2002 में करार रद्द कर दिया था। इस मामले में अदालत में सुनवाई अभी भी जारी है। ओबेराय समूह ने 18 प्रतिशत की दर से 125 करोड़ रुपये जमा किए हैं। पिछली बकाया राशि का निर्धारण अभी तक नहीं हो पाया है।

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लंबी कानूनी प्रक्रिया के बाद ही सरकार को होटल पर अपना अधिकार मिल सका है। अब सरकार नए संचालक के लिए वैश्विक निविदा जारी करेगी। इससे होटल के प्रबंधन में नई दक्षता आने की उम्मीद है।

होटल की विशेष सुविधाएं

वाइल्ड फ्लावर हॉल होटल में विलासितापूर्ण ठहरने की व्यवस्था है। होटल के कमरे और सुइट्स उच्च श्रेणी की सुविधाएं प्रदान करते हैं। होटल में बैठकों और समारोहों के लिए विशेष स्थान हैं।

होटल का रेस्तरां उत्कृष्ट खानपान की सुविधा प्रदान करता है। होटल के आसपास का प्राकृतिक वातावरण इसकी खासियत है। पर्यटक यहां प्रकृति की गोद में विलासितापूर्ण अनुभव प्राप्त कर सकते हैं।

पर्यटन को मिलेगा बढ़ावा

इस निर्णय से हिमाचल प्रदेश के पर्यटन उद्योग को नई गति मिलने की उम्मीद है। निजी कंपनी के संचालन में होटल की सेवाओं में सुधार होगा। इससे अंतरराष्ट्रीय पर्यटकों को आकर्षित करने में मदद मिलेगी।

होटल का स्थान इसे विशेष बनाता है। मशोबरा का शांत और प्राकृतिक वातावरण पर्यटकों को लुभाता है। नए प्रबंधन से होटल की कार्यक्षमता में वृद्धि होगी।

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