Himachal News: हिमाचल प्रदेश में नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने राज्य सरकार पर तीखा हमला बोला है। उन्होंने सरकार पर सौर ऊर्जा परियोजनाओं में भ्रष्टाचार को बढ़ावा देने का आरोप लगाया है। ठाकुर ने कहा कि प्रदेश में ‘पेखुबेला पार्ट-2’ की तैयारी चल रही है। उन्होंने अधिकारियों के तबादलों और ठेकेदारों के अनुचित प्रभाव पर भी सवाल उठाए। जयराम ठाकुर ने हाटी समुदाय के मुद्दों को भी प्रमुखता से उठाया।
सौर ऊर्जा प्रोजेक्ट में धांधली का आरोप
जयराम ठाकुर ने शुक्रवार को एक प्रेस बयान जारी किया। उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश में भ्रष्टाचार का खेल चल रहा है। उन्होंने पेखुबेला सौर ऊर्जा परियोजना का उदाहरण दिया। ठाकुर ने कहा कि वहां हुए भ्रष्टाचार के कारण एक चीफ इंजीनियर स्तर के अधिकारी की जान चली गई थी। अब धर्मशाला में भी कुछ वैसा ही हो रहा है। वहां एक सौर ऊर्जा प्रोजेक्ट में अधिकारी ने नियमों का पालन करने को कहा था।
ठेकेदार के दबाव में अधिकारी का तबादला
विपक्ष के नेता ने बताया कि धर्मशाला के परियोजना अधिकारी ने काम में देरी पर ठेकेदार को नोटिस दिया था। ठेकेदार ने काम में सुधार करने के बजाय राजनीतिक पहुंच का इस्तेमाल किया। ठेकेदार ने सीधे मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर अधिकारी की शिकायत की। इसके बाद, सरकार ने अधिकारी का तबादला चंबा जैसे दूरदराज इलाके में कर दिया। हालांकि, हाईकोर्ट ने इस तबादले पर रोक लगा दी है।
व्यवस्था परिवर्तन पर कसा तंज
जयराम ठाकुर ने सुक्खू सरकार के ‘व्यवस्था परिवर्तन’ के दावे पर तंज कसा। उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश को ऐसे बदलाव की जरूरत नहीं है। यहां ठेकेदार मुख्यमंत्री को निर्देश दे रहे हैं और ईमानदार अधिकारियों को सजा मिल रही है। यह व्यवस्था भ्रष्टाचार को संरक्षण दे रही है। उन्होंने कहा कि अधिकारी अपना काम कर रहे हैं, लेकिन सरकार उन्हें प्रताड़ित कर रही है।
हाटी समुदाय के मुद्दे पर चर्चा
शुक्रवार को केंद्रीय हाटी समिति के एक प्रतिनिधिमंडल ने भी जयराम ठाकुर से मुलाकात की। उन्होंने हाटी समुदाय को जनजातीय दर्जा मिलने में हो रही देरी पर चिंता जताई। प्रतिनिधिमंडल ने बताया कि मामला कोर्ट में होने के कारण उन्हें लाभ नहीं मिल पा रहा है। जयराम ठाकुर ने आश्वासन दिया कि वह इस मुद्दे को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के समक्ष उठाएंगे। उन्होंने बीवी जी राम जी विधेयक के पारित होने का भी स्वागत किया।
