Himachal News: मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने हिमाचल प्रदेश को तंबाकू मुक्त बनाने का ऐलान किया है। राज्य में तंबाकू उपयोग, ई-सिगरेट और हुक्का बार को पूरी तरह समाप्त किया जाएगा। पुलिस और फ्लाइंग स्क्वाड लगातार अभियान चलाकर इन पर कार्रवाई करेंगे। मुख्यमंत्री राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तंबाकू मुक्त युवा अभियान कार्यक्रम में बोल रहे थे।
सुक्खू ने सभी जिला उपायुक्तों, विभागों और स्थानीय निकायों को अभियान की सफलता के लिए निर्देशित किया। 60 दिवसीय विशेष अभियान आठ दिसंबर तक चलेगा। इस दौरान जागरूकता, रोकथाम और तंबाकू नियंत्रण कानूनों के सख्त पालन पर ध्यान दिया जाएगा। तंबाकू दुकानों को नियंत्रित करने और विक्रेता लाइसेंस नियमों को लागू करने के निर्देश भी दिए गए हैं।
शैक्षणिक संस्थानों में सख्त नियम
मुख्यमंत्री ने सभी स्कूलों, कॉलेजों और विश्वविद्यालयों को तंबाकू मुक्त दिशा-निर्देशों का कड़ाई से पालन करने का आदेश दिया। संस्थानों के भीतर या आसपास तंबाकू की बिक्री, उपयोग या विज्ञापन की अनुमति नहीं होगी। स्वास्थ्य विभाग, चिकित्सा महाविद्यालयों और जिला अस्पतालों में निशुल्क तंबाकू त्याग सेवाएं उपलब्ध कराई जा रही हैं।
राज्य में 109 नए दिशा केंद्रों में परामर्श सेवाएं शुरू की गई हैं। इन केंद्रों में लोगों को तंबाकू छोड़ने में मदद मिलेगी। विशेषज्ञ परामर्शदाता लोगों को व्यसन से मुक्ति दिलाने में सहायता करेंगे। स्वास्थ्य विभाग ने तंबाकू उपयोग के दुष्प्रभावों के बारे में जागरूकता अभियान भी शुरू किया है।
नई एंबुलेंस सेवाओं का शुभारंभ
कार्यक्रम के दौरान 26 नई एडवांस लाइफ सपोर्ट एंबुलेंस का राष्ट्रीय एंबुलेंस सेवा 108 में समायोजन किया गया। इन एंबुलेंस में ट्रांसपोर्ट वेंटिलेटर और ईसीजी मशीन जैसे उपकरण उपलब्ध हैं। आपातकालीन एम्बू बैग, ऑक्सीजन सिलेंडर और रक्तचाप निगरानी मशीन सहित 19 आपातकालीन सुविधाएं रहेंगी।
राष्ट्रीय एंबुलेंस सेवा-108 योजना के तहत प्रदेशभर में 241 एंबुलेंस क्रियाशील हैं। ये एंबुलेंस आपातकालीन परिस्थितियों में स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान कर रही हैं। नई एंबुलेंस से मरीजों को बेहतर चिकित्सा सहायता मिल सकेगी। गंभीर रोगियों को समय पर उच्चस्तरीय उपचार उपलब्ध हो सकेगा।
तंबाकू के स्वास्थ्य प्रभावों की जानकारी
एक सिगरेट या बीड़ी पीने से व्यक्ति की आयु 11 मिनट कम हो जाती है। लगातार तंबाकू का सेवन करने वाले व्यक्ति 10 से 15 वर्ष पहले मौत का शिकार बन सकते हैं। हर वर्ष हिमाचली 250 करोड़ रुपये के तंबाकू उत्पादों का सेवन कर रहे हैं। देश में हर साल 1.35 लाख से अधिक लोगों की तंबाकू के सेवन से मौत होती है।
हिमाचल प्रदेश में पुरुषों में सबसे अधिक फेफड़ों का कैंसर पाया जाता है। ई-सिगरेट का उपयोग 18 से 30 वर्ष के युवाओं में तेजी से बढ़ रहा है। वेपिंग से सांस लेने में समस्या, अंगों को नुकसान और अन्य बीमारियां हो सकती हैं। सरकार ने इन सभी खतरों को देखते हुए कड़े कदम उठाने का निर्णय लिया है।
