Himachal News: विधानसभा के शीतकालीन सत्र के दौरान विपक्ष के तेवर तीखे हो गए हैं। नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने आरोप लगाया है कि हिमाचल प्रदेश सरकार सदन में जवाब देने से भाग रही है। उन्होंने कहा कि सरकार आपदा राहत के पैसे का इस्तेमाल अपने जश्न के लिए कर रही है, जो दुर्भाग्यपूर्ण है।
दो साल पुराने सवालों पर भी चुप्पी
जयराम ठाकुर ने बुधवार को पत्रकारों से बातचीत की। उन्होंने कहा कि विधायक पिछले दो साल से विधानसभा में सवाल पूछ रहे हैं। सरकार आज भी “सूचना एकत्रित की जा रही है” कहकर टाल रही है। यह विधायकों के अधिकारों का हनन है। सरकार पूरी तरह से जवाबदेही से बच रही है और सदन में स्थिति स्पष्ट नहीं कर पा रही है।
आपदा के पैसे से जश्न पर सवाल
नेता प्रतिपक्ष ने मंडी में सरकार के तीन साल के जश्न पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश सरकार आपदा के पैसे को जश्न पर खर्च करने जा रही है। सरकार को यह पैसा पीड़ित परिवारों को राहत देने के लिए देना चाहिए था। ठाकुर ने जोरावर स्टेडियम में प्रदर्शन की अनुमति न मिलने पर भी नाराजगी जताई।
प्रदर्शन रोका तो विधानसभा में होगा धरना
जयराम ठाकुर ने चेतावनी दी कि वह 5,000 कार्यकर्ताओं के साथ जोरावर स्टेडियम में प्रदर्शन करेंगे। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार ने कभी किसी को प्रदर्शन से नहीं रोका। यदि अब पुलिस या प्रशासन ने उन्हें रोका, तो वे विधानसभा परिसर में ही प्रदर्शन करेंगे। वे कानून-व्यवस्था बनाए रखेंगे, लेकिन सरकार उन्हें तंग न करे।
छात्रों की गिरफ्तारी और जॉब पॉलिसी का विरोध
ठाकुर ने अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) के कार्यकर्ताओं को हिरासत में लेने की निंदा की। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र में सभी संस्थाओं को अपनी बात रखने का हक है। छात्रों को जेल में डालना गलत है। इसके साथ ही, जयराम ठाकुर ने मुख्यमंत्री की ‘जॉब ट्रेनी पॉलिसी’ से भी असहमति जताई। उन्होंने कहा कि यह हिमाचल प्रदेश के युवाओं के हित में नहीं है।
