शुक्रवार, दिसम्बर 19, 2025

हिमाचल प्रदेश सरकार: विधानसभा सत्र में जनता की गैरमौजूदगी पर BJP का तीखा हमला

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Himachal News: भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश मीडिया सह-प्रभारी एडवोकेट विश्व चक्षु ने सुक्खू सरकार पर शीतकालीन सत्र में जनता की गैरमौजूदगी को लेकर तीखा हमला बोला है। उन्होंने इसे सरकार की असफलता पर सबसे बड़ा मुहर बताया। चक्षु ने कहा कि जनता सरकार को अपना नहीं मान रही है इसलिए इस बार तपोवन सत्र में फरियादी नहीं पहुंच रहे हैं। यह लोकतंत्र के लिए एक चिंताजनक संकेत है कि जनता को अपनी गुहार लगाने की जगह पर भी भरोसा नहीं रह गया है।

विश्व चक्षु के अनुसार प्रदेश का हर पीड़ित वर्ग अब सड़कों पर उतर रहा है। पूर्व पेंशनर्स सरकार और विधानसभा में घेराव करने के लिए मजबूर हो रहे हैं। अस्सी साल के बुजुर्ओं को सड़कों पर बैठकर चक्का जाम करना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि इससे बड़ी आपदा राज्य के लिए कोई और नहीं हो सकती है। जनता ने सरकार को आइना दिखा दिया है और यह स्थिति बेहद गंभीर है।

उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार जनता की समस्याओं से मुंह मोड़ चुकी है। अधिकारियों की मनमानी चरम पर पहुंच गई है और भ्रष्टाचार नई ऊंचाइयों को छू रहा है। ऐसे में जनता का सरकार से मोह भंग होना स्वाभाविक है। लोगों को अब पता चल गया है कि इस सरकार में उनकी सुनवाई होने वाली नहीं है। इसलिए वे सदन तक अपनी पीड़ा लेकर आने को भी तैयार नहीं हैं।

विश्व चक्षु ने मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू पर सिर्फ राजनीतिक बयानबाजी और फोटोग्राफी तक सिमट जाने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री की प्राथमिकताओं में जनता के मुद्दे शामिल नहीं हैं। इसका परिणाम यह हुआ है कि प्रदेश की अर्थव्यवस्था बुरी तरह प्रभावित हुई है। सड़कों की हालत खराब है और विकास कार्य पूरी तरह ठप पड़े हुए हैं। बेरोजगारी चरम पर है और कर्मचारी अपने मुद्दों को लेकर आंदोलन कर रहे हैं।

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BJP ने पंचायत चुनावों में देरी पर उठाए सवाल

विश्व चक्षु ने इससे पहले भी सुक्खू सरकार पर पंचायत और नगर निकाय चुनाव टालने के आरोप लगाए थे 。 उन्होंने कहा था कि चुनाव आयोग और विभाग पूरी तरह तैयार हैं। फिर भी सरकार चुनाव कराने से डर रही है। उनके अनुसार जनता के बीच कांग्रेस सरकार के प्रति असंतोष बहुत बढ़ चुका है। सत्ताधारी पार्टी चुनाव का सामना करने से घबरा रही है इसलिए चुनाव टाले जा रहे हैं।

पेंशनर्स के मुद्दे पर सरकार पर दबाव

धर्मशाला में हाल ही में प्रदेश भर के पेंशनर्स ने सरकार के खिलाफ धरना प्रदर्शन किया था 。 मुख्यमंत्री सुक्खू ने इस पर कहा था कि पेंशनर्स ने अपने जीवन के तीस से पैंतीस साल प्रदेश के विकास को दिए हैं। सरकार उनकी सुविधाओं के लिए समर्पित है। उन्होंने माना कि कुछ दिक्कतें आ रही हैं जिसमें केंद्र सरकार से जुड़ी अड़चनों का भी योगदान है। सरकार इन्हें दूर करने के लिए गंभीरता से काम कर रही है।

BJP का जनसंपर्क अभियान

विश्व चक्षु ने घोषणा की कि भाजपा इसके खिलाफ प्रदेश भर में जनसंपर्क अभियान चलाएगी। वे जनता की आवाज को बुलंद करेंगे और सरकार के खिलाफ लोगों की नाराजगी को उजागर करेंगे। उन्होंने चेतावनी दी कि सरकार को यह समझ लेना चाहिए कि जब जनता खुद सदन से दूरी बना लेती है तो उसकी विदाई के कदम भी तेज हो जाते हैं। जनता का यह रोष आने वाले समय में सरकार के लिए गंभीर संकट पैदा कर सकता है।

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सरकारी कर्मचारियों पर अत्याचार के आरोप

विश्व चक्षु ने पहले भी सुक्खू सरकार पर सरकारी कर्मचारियों के उत्पीड़न के आरोप लगाए हैं 。 उन्होंने शिमला सचिवालय में एक सुरक्षा कर्मी को कांग्रेस नेता द्वारा थप्पड़ मारे जाने का उदाहरण दिया था। उनके अनुसार सुक्खू सरकार की व्यवस्था परिवर्तन में निर्दोष कर्मचारियों को थप्पड़ मारे जा रहे हैं। प्रदेश के हर क्षेत्र में सरकारी अधिकारियों और कर्मचारियों का उत्पीड़न किया जा रहा है।

चुनावी वादों पर उठे सवाल

भाजपा नेता ने कहा कि कांग्रेस ने 2022 के विधानसभा चुनावों से पहले जनता से दस गारंटियों का वादा किया था 。 तीन साल बाद भी एक भी वादा पूरा नहीं हो सका है। जनता से नौकरी, ओल्ड पेंशन स्कीम, महिलाओं को पंद्रह सौ रुपए और तीन सौ यूनिट मुफ्त बिजली जैसे वादे कर सत्ता में आई कांग्रेस ने केवल विश्वासघात किया है। आज युवा बेरोजगार है और कर्मचारी सरकार की नीतियों से त्रस्त हैं।

विश्व चक्षु ने भरोसा दिलाया कि भाजपा प्रदेश की जनता के साथ खड़ी है। वह सरकार की जनविरोधी नीतियों के खिलाफ आवाज उठाती रहेगी। सरकार को जनता की समस्याओं की ओर ध्यान देना चाहिए और उनके समाधान के लिए ठोस कदम उठाने चाहिए। अगर सरकार ने समय रहते जनता की बात नहीं सुनी तो परिणाम भयावह होंगे। जनता के धैर्य की भी एक सीमा होती है और अब वह सड़कों पर उतर चुकी है।

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