Shimla News: गुरुवार को हिमाचल प्रदेश विधानसभा के बाहर अंबेदकर चौक पर गदर फ्रंट और अन्य दलित संगठनों ने एक विशेष एससी/एसटी विकास निधि कानून बनाने की मांग को लेकर जोरदार प्रदर्शन किया। प्रदर्शन के दौरान कार्यकर्ताओं और पुलिस के बीच धक्का-मुक्की हुई और यातायात जाम हो गया। नेताओं ने मुख्यमंत्री से मांग को तुरंत संबोधित करने का आग्रह किया।
प्रदर्शन में शामिल प्रमुख संगठन
गदर फ्रंट के रवि कुमार दलित और पार्वती देवी इस प्रदर्शन का नेतृत्व कर रहे थे। संत श्रीरविदास सभा के प्रदेश अध्यक्ष कर्मचंद भाटिया और नानकी भारद्वाज भी मौजूद थे। अंबेदकर मिशन के अध्यक्ष एमआर दरोच ने भी भीड़ को संबोधित किया।
मुख्यमंत्री से पहले हुई थी बैठक
नेताओं ने बताया कि एक प्रतिनिधिमंडल फरवरी 2024 में मुख्यमंत्री से मिला था। मुख्यमंत्री ने इस मुद्दे पर सहानुभूति जताई थी। उन्होंने एक मसौदा विधेयक तैयार करने और भेजने का निर्देश दिया था। इस आदेश का पालन करते हुए मसौदा 14 मार्च को विधायक डॉ. सुरेश कुमार के माध्यम से जमा कराया गया।
अभी तक का इंतजार
प्रतिनिधिमंडल पिछले शीतकालीन सत्र के दौरान 19 दिसंबर 2024 को फिर से मुख्यमंत्री से मिला। उन्होंने इस मामले पर एक विस्तृत बैठक बुलाने का अनुरोध किया। नेताओं का कहना है कि इस अनुरोध पर मुख्यमंत्री की ओर से अभी तक कोई सकारात्मक प्रतिक्रिया नहीं मिली है। इसीलिए उन्होंने यह प्रदर्शन करने का फैसला किया।
आगे की मांग
गदर फ्रंट ने मुख्यमंत्री से अनुरोध किया कि वे चाहते हैं कि एक विशेष कानून बनाने की प्रक्रिया को तेजी से आगे बढ़ाया जाए। यह कानून राज्य में अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति के विकास को सुनिश्चित करेगा। उनका मानना है कि यह कदम समुदायों के कल्याण के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है।
