Shimla News: हिमाचल प्रदेश में नशा तस्करी के पीछे विदेशी तस्करों का बड़ा नेटवर्क सामने आया है। पुलिस जांच में खुलासा हुआ है कि विदेशी तस्कर प्रदेश और देश के नशा माफिया के साथ मिलकर काम कर रहे हैं। प्रदेश की जेलों में अभी 152 विदेशी नागरिक बंद हैं जिनमें 18 महिलाएं शामिल हैं।
मादक पदार्थों की तस्करी के आरोप में 72 विदेशी शातिर अपराधी जेलों में हैं। इनमें सात महिला तस्कर भी शामिल हैं। पुलिस ने पिछले छह महीनों में 15 गैंग के 150 आरोपितों को गिरफ्तार किया है। यह आंकड़े राज्य में नशा तस्करी की गंभीरता को उजागर करते हैं।
विदेशी तस्करों की राष्ट्रीयता
जेलों में बंद विदेशियों में आठ नाइजीरियन, दो रूसी, एक अफ्रीकी, एक सिएरा लियोन और 60 नेपाली नागरिक शामिल हैं। कंडा जेल में सबसे अधिक विदेशी कैदी बंद हैं। दो महिलाओं और 25 विदेशी पुरुषों को पहले से सजा सुनाई जा चुकी है। बाकी मामलों की सुनवाई अदालतों में जारी है।
नशीले पदार्थों की मात्रा
पुलिस हर साल बड़ी मात्रा में नशीले पदार्थ बरामद करती है। इसमें 250-305 किलो चरस, 30-35 किलो भांग, और 12-15 किलो चिट्टा शामिल है। इसके अलावा 120-150 ग्राम स्मैक, 100-120 किलो गांजा, और 500-600 किलो अफीम डोडा भी seized किया जाता है।
जेलवार विदेशी कैदी
कैथू जेल में 12, नाहन में 33, और कंडा जेल में 55 विदेशी कैदी हैं। ऊना जेल में एक, मंडी में चार, और कल्पा जेल में 18 विदेशी बंद हैं। नालागढ़ में चार, बिलासपुर में 22, और धर्मशाला जेल में तीन विदेशी नागरिक जेल में रखे हैं।
हिमाचल प्रदेश पुलिस महानिदेशक अशोक तिवारी ने बताया कि चिट्टा के मामले सबसे अधिक सामने आ रहे हैं। पुलिस ने जीरो टॉलरेंस नीति अपनाई है। विदेशी नागरिकों के अलावा कई स्थानीय गैंग का भी पर्दाफाश किया गया है।
