Shimla News: हिमाचल प्रदेश के लोक निर्माण मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने बताया कि भारी वर्षा से राज्य को अब तक 2300 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है। प्रदेश में अभी भी 1638 सड़कें वाहनों की आवाजाही के लिए बंद पड़ी हैं। इन्हें खोलने के लिए 1300 मशीनें लगाई गई हैं। नुकसान का आकलन पूरा होने के बाद केंद्र सरकार से वित्तीय सहायता मांगी जाएगी।
मंत्री ने कहा कि पंजाब सरकार ने केंद्र से 10 हजार करोड़ के बकाये की मांग उठाई है। हिमाचल का भी ओपीएस और जीएसटी मुआवजा लंबित है। केंद्र सरकार को इसे जल्द जारी करना चाहिए। इससे आपदा से निपटने में मदद मिलेगी। भरमौर क्षेत्र में सड़कों की स्थिति सबसे ज्यादा खराब है।
विक्रमादित्य सिंह ने बताया कि भरमौर में जगह-जगह सड़कें बह गई हैं। इस कारण मशीनरी वहां तक नहीं पहुंच पा रही है। ऐसी स्थिति में विभाग ने मशीनरी को एयरलिफ्ट करने का निर्णय लिया है। इससे बाधित सड़कों को जल्द खोला जा सकेगा। लोक निर्माण विभाग को वैली ब्रिज खरीदने की भी अनुमति मिल गई है।
जहां ब्रिज बह गए हैं, वहां वैली ब्रिज लगाए जाएंगे। मंत्री ने फोरलेन निर्माण पर भी बात की। उन्होंने कहा कि 90 डिग्री पर फोरलेन की कटिंग अनुचित थी। केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने भी इस तरह की बात कही है। प्रदेश सरकार पहले ही इस मुद्दे को उठा चुकी है।
सभी जिलों में अधिकारी नुकसान का जायजा ले रहे हैं। मंत्री ने स्वयं भरमौर का दो दिन का दौरा किया है। वहां सड़कें अधिक क्षतिग्रस्त हुई हैं। बहाली का कार्य तेज गति से चल रहा है। जहां जरूरत होगी, वहां मशीनरी एयरलिफ्ट की जाएगी। इससे काम में तेजी आएगी।
