Mandi News: हिमाचल प्रदेश के मंडी जिले के धर्मपुर में भारी बारिश ने भीषण तबाही मचाई है। सोन खड्ड में आई बाढ़ ने पूरे बाजार को अपनी चपेट में ले लिया। पूर्व मंत्री महेंद्र सिंह ठाकुर ने दावा किया कि यह नुकसान 2015 की बाढ़ से पचास गुना अधिक है। बाढ़ का पानी बाजार में 50 मीटर अंदर तक घुस गया था।
पूर्व मंत्री महेंद्र सिंह ठाकुर तबाही का जायजा लेने धर्मपुर पहुंचे। उन्होंने प्रभावित लोगों को फिर से बसाने का आश्वासन दिया। उन्होंने कहा कि अगली भाजपा सरकार आने पर वे धर्मपुर को नए सिरे से बसाएंगे। उन्होंने इस आपदा को 2015 की तुलना में कहीं अधिक विनाशकारी बताया।
महेंद्र सिंह ने स्थानीय दुकानदारों को पार्टी स्तर पर राहत देने का वादा किया। साथ ही उन्होंने मुख्यमंत्री से भी तत्काल राहत कार्य शुरू करने की मांग की। उन्होंने कहा कि भाजपा संगठन प्रभावितों की मदद के लिए आगे आएगा।
पूर्व मंत्री ने बताया कि वे इस मामले को केंद्रीय मंत्री जेपी नड्डा के सामने उठाएंगे। साथ ही वे नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर और प्रदेश अध्यक्ष डॉ. राजीव बिंदल से भी बात करेंगे। इससे पार्टी के संगठनात्मक सहयोग की प्रक्रिया तेज होगी।
महेंद्र सिंह ने कहा कि पार्टी कार्यकर्ता चंदा एकत्रित कर राहत राशि जुटाएंगे। प्रभावितों की सूची तैयार करने का काम रजत ठाकुर और वंदना गुलेरिया को सौंपा गया है। इस सूची के आधार पर पीड़ितों को राशि की पहली किश्त वितरित की जाएगी।
उन्होंने वर्तमान सरकार पर निशाना साधते हुए एक बड़ा आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि स्थानीय विधायक धर्मपुर में मौजूद नहीं हैं। बजाय इसके वे हमीरपुर के बॉर्डर पर सत्याग्रह कर रहे हैं। इससे प्रभावितों को सहायता मिलने में देरी हो रही है।
पूर्व मंत्री ने भविष्य की अपनी योजनाओं के बारे में भी जानकारी दी। उन्होंने कहा कि अगले दो साल में नई सरकार बनने का इंतजार है। इस दौरान वे धर्मपुर को दोबारा बसाने के लिए एक विस्तृत रोडमैप तैयार करेंगे।
सत्ता में आते ही वे इस योजना पर तुरंत काम शुरू कर देंगे। उन्होंने कहा कि वे केंद्र सरकार से भी इस काम के लिए हर संभव मदद लेंगे। उनका उद्देश्य धर्मपुर को पहले से बेहतर और सुरक्षित बनाना है।
धर्मपुर की यह बाढ़ 2013 और 2015 में आई बाढ़ों से कहीं अधिक शक्तिशाली थी। इसने पूरे बाजार और बस अड्डे को पूरी तरह से तबाह कर दिया है। स्थानीय लोगों का जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। उन्हें तत्काल राहत और पुनर्वास की आवश्यकता है।
