Kangra News: हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा जिले में भारी मानसूनी बारिश ने तबाही मचा दी है। गुरुवार को रावी नदी में अचानक आई बाढ़ ने सुदूर बड़ा बंगाल गांव में कई सरकारी इमारतों को बहा दिया। इनमें एक प्राथमिक विद्यालय, हाई स्कूल, पंचायत घर, आयुर्वेदिक औषधालय और एक राशन भंडार शामिल हैं। सौभाग्य से इस घटना में किसी के हताहत होने की खबर नहीं है।
गांव बाकी राज्य से हो गया कटा
बाढ़ के पानी ने गांव को दो महत्वपूर्ण पुल बहा दिए। इससे बड़ा बंगाल पूरी तरह से राज्य के बाकी हिस्सों से कट गया है। स्थानीय प्रशासन ने बताया कि नागरिक आपूर्ति भंडार में रखा लगभग 70 क्विंटल राशन भी बह गया। अब गांव तक राहत पहुंचाने का काम चुनौतीपूर्ण हो गया है।

100 से अधिक चरवाहे फंसे हुए हैं
स्थानीय निवासियों की मानें तो गांव के 100 से अधिक चरवाहे अपने मवेशियों के साथ ऊंचे इलाकों में फंस गए हैं। लगातार जारी भारी बारिश के कारण उन तक तुरंत मदद पहुंचाना मुश्किल है। बारिश के कारण गांव के कई आवासीय मकानों के गिरने का भी खतरा पैदा हो गया है।
राष्ट्रीय राजमार्ग बंद, यातायात प्रभावित
मानसून की मार सिर्फ दूरदराज के इलाकों तक ही सीमित नहीं है। चंडीगढ़-मनाली राष्ट्रीय राजमार्ग भी बाधित हुआ है। पंडोह के पास कांची मोड़ पर सड़क का एक हिस्सा धंस गया। इससे राजमार्ग पूरी तरह बंद हो गया और दोनों तरफ कई वाहन फंस गए।

एनडीआरएफ की बचाव कार्यवाही
बाढ़ की इस आपदा के बीच राहत और बचाव के काम भी तेजी से चल रहे हैं। एनडीआरएफ की टीमों ने कांगड़ा जिले के इंदौरा स्थित अरनी विश्वविद्यालय परिसर में फंसे 425 छात्रों और शिक्षकों को सुरक्षित निकाला। मनाली की तिब्बती कॉलोनी में व्यास नदी के पानी के घुसने से फंसे 130 लोगों को पुलिस ने बचाया।

राज्य में बुनियादी ढांचे को भारी नुकसान
राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र के अनुसार प्रदेश के 12 में से 11 जिले बारिश से प्रभावित हैं। राज्य की कुल 536 सड़कें अब भी बंद हैं। चंबा जिले का संचार नेटवर्क पूरी तरह से ठप पड़ा है। बिजली के 1,184 ट्रांसफार्मर और 503 जलापूर्ति योजनाएं भी बारिश से क्षतिग्रस्त हुई हैं।

24 घंटे में हुई भारी बारिश
बीते 24 घंटों में राज्य के कई हिस्सों में जोरदार बारिश दर्ज की गई। मंडी के पंडोह में 108 मिलीमीटर बारिश रिकॉर्ड की गई। भरेरी में 63.8 मिमी, मंडी में 56.8 मिमी और गोहर में 53 मिमी बारिश हुई। शिमला, जुब्बारहट्टी और सुंदरनगर में भी गरज के साथ भारी बारिश हुई।

मानसून ने ली 158 लोगों की जान
राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र के आंकड़े चौंकाने वाले हैं। 20 जून से 26 अगस्त के बीच बारिश और इससे जुड़ी घटनाओं में कम से कम 158 लोगों की मौत हुई है। अभी भी 38 लोग लापता हैं। राज्य में इस दौरान 90 अचानक बाढ़, 42 बादल फटने और 85 बड़े भूस्खलन की घटनाएं दर्ज की गई हैं। प्रारंभिक अनुमान के मुताबिक राज्य को 2,623 करोड़ रुपये का नुकसान पहुंचा है।
