शनिवार, दिसम्बर 20, 2025

हिमाचल प्रदेश बाढ़: मॉनसून का कहर जारी, 312 लोगों की मौत, हज़ारों लोग फंसे; ऑरेंज अलर्ट जारी

Share

Shimla News: हिमाचल प्रदेश में मॉनसून का कहर थमने का नाम नहीं ले रहा है। भारी बारिश ने कई जिलों में जनजीवन पूरी तरह अस्त-व्यस्त कर दिया है। अब तक 312 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 38 लोग लापता हैं। चंबा जिले में मणिमहेश यात्रा पर फंसे हजारों श्रद्धालुओं का रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है। प्रशासन ने हेल्पलाइन नंबर जारी किए हैं।

किन्नौर में बादल फटने से तबाही

जनजातीय जिला किन्नौर के पूह उपमंडल में बादल फटने से भारी नुकसान हुआ। लिप्पा गांव के बोगली नाले में अचानक आए सैलाब ने दो मजदूरों को फंसा दिया। स्थानीय लोगों ने तुरंत कार्यवाई कर दोनों को बचाया। उन्हें प्राथमिक उपचार के बाद अस्पताल में भर्ती कराया गया।

यह भी पढ़ें:  Punjab News: हिमाचल की महिला की नग्न लाश मिली, 3 साल की बेटी गुम; जानें क्या है मामला

कुल्लू में भूस्खलन से दो मकान ध्वस्त

कुल्लू जिले के आनी उपमंडल में भूस्खलन से दो मकान पूरी तरह दब गए। इस हादसे में दो महिलाएं लापता हैं। पुलिस और फायर ब्रिगेड की टीमें बचाव कार्य में जुटी हुई हैं। प्रशासन ने प्रभावित परिवारों को हरसंभव सहायता का आश्वासन दिया है।

यातायात और बिजली आपूर्ति प्रभावित

राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र के अनुसार प्रदेश भर में दो राष्ट्रीय राजमार्ग और 633 सड़कें बंद हैं। मंडी में 241 और कुल्लू में 166 सड़कें अवरुद्ध हैं। 1,333 ट्रांसफार्मर काम करना बंद कर चुके हैं। पेयजल की 524 योजनाएं प्रभावित हुई हैं।

यह भी पढ़ें:  सिरमौर के शिलाई में सहमति से हुई थी दो भाइयों की एक युवती से शादी, जानें जोड़ीदार प्रथा पर क्या बोले

मौसम विभाग का अलर्ट जारी

मौसम विभाग ने अगले दो दिनों के लिए भारी बारिश की चेतावनी जारी की है। 30 और 31 अगस्त को भारी से बहुत भारी वर्षा का ऑरेंज अलर्ट जारी है। चंबा, कांगड़ा और कुल्लू जिलों में विशेष सतर्कता बरतने की सलाह दी गई है।

मणिमहेश यात्रियों के लिए हेल्पलाइन

राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने फंसे तीर्थयात्रियों की मदद के लिए हेल्पलाइन नंबर जारी किए हैं। संपर्क नंबर 9816698166, 01899-226950, 226951, 226952 और 226953 हैं। आपात स्थिति में टॉल फ्री नंबर 1070 पर संपर्क किया जा सकता है।

Poonam Sharma
Poonam Sharma
एलएलबी और स्नातक जर्नलिज्म, पत्रकारिता में 11 साल का अनुभव।

Read more

Related News