Chamba News: हिमाचल प्रदेश लगातार हो रही भारी बारिश से उबर नहीं पाया है। चंबा जिले में चार दिन की मूसलाधार बारिश ने होली बाजार को गंभीर खतरे में डाल दिया है। रावी नदी का तेज बहाव बाजार और आसपास के निचले इलाकों में भूमि का कटाव कर रहा है। प्रदेश में अब तक मौत का आंकड़ा 312 तक पहुंच गया है।
बारिश से जान-माल का नुकसान
बिलासपुर और ऊना जिलों में गुरुवार को हुई बारिश के दौरान एक-एक व्यक्ति की मौत की सूचना है। राज्य को अब तक मौसमी आपदा से लगभग 2751 करोड़ रुपये का भारी नुकसान हुआ है। इसके अलावा 38 लोग अभी भी लापता हैं। बारिश के कारण 747 घर पूरी तरह से ढह गए हैं।
सड़कें और संचार बाधित
चंडीगढ़-मनाली फोरलेन पर मंडी में एक बड़ा भूस्खलन हुआ। एक पूरा पहाड़ी हिस्सा सड़क पर आ गिरा। कुल्लू, चंबा और लाहुल-स्पीति में तीन दिनों तक मोबाइल नेटवर्क ठप रहा। गुरुवार शाम तक इसे कुछ हद तक बहाल किया जा सका। बिजली और पानी की आपूर्ति भी प्रभावित है।
पर्यटक और यात्री फंसे
चंबा, मनाली और लाहुल-स्पीति में फंसे पर्यटकों के रिश्तेदार उनसे संपर्क नहीं कर पा रहे हैं। अनुमान है कि दो हजार से अधिक पर्यटक और मणिमहेश यात्री फंसे हुए हैं। सरकार ने भरमौर में फंसे 335 लोगों की सूची जारी की है। पुलिस का कहना है कि सभी लोग सुरक्षित हैं।
बचाव अभियान जारी
कुल्लू की डोभी तिब्बती कॉलोनी में अचानक आई बाढ़ से फंसे लगभग 130 लोगों को बचा लिया गया। यह घटना फोजल नाले में जलस्तर बढ़ने के कारण हुई। नाले की दीवार टूट गई और पानी कॉलोनी में घुस गया। बचाव दल ने सभी को सुरक्षित निकाला।
बुनियादी ढांचे को नुकसान
भारी बारिश ने राज्य के बुनियादी ढांचे को गंभीर रूप से क्षतिग्रस्त कर दिया है। 524 सड़कें अवरुद्ध हैं, जिनमें एक राष्ट्रीय राजमार्ग भी शामिल है। 481 दुकानें पूरी तरह से टूट गई हैं। 3192 पशुशालाएं भी नष्ट हो चुकी हैं। लोगों के सामने राशन की कमी का संकट भी है।
