Chamba News: मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने राज्य में आपदा से प्रभावित इलाकों के राहत कार्यों के लिए वायु सेना का सहयोग लेने के निर्देश दिए हैं। शुक्रवार को दिल्ली से वर्चुअल बैठक में चंबा, कुल्लू, लाहौल-स्पीति, कांगड़ा और मंडी के अधिकारियों के साथ चर्चा की गई। मुख्यमंत्री ने राहत और बचाव अभियान युद्ध स्तर पर चलाने का आदेश दिया है।
अधिकारियों ने दी स्थिति की जानकारी
बैठक के दौरान अधिकारियों ने मुख्यमंत्री को प्रभावित क्षेत्रों की हालत से अवगत कराया। उन्होंने सड़कों, बिजली आपूर्ति, पेयजल परियोजनाओं और संचार सेवाओं की वर्तमान स्थिति के बारे में विस्तृत जानकारी दी। इस आपदा ने इन्फ्रास्ट्रक्चर को काफी नुकसान पहुंचाया है।
भरमौर में फंसे यात्रियों के लिए विशेष व्यवस्था
मुख्यमंत्री ने भरमौर क्षेत्र में फंसे यात्रियों के लिए तत्काल कार्यवाई का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि सभी फंसे लोगों के लिए भोजन और रहने की उचित व्यवस्था की जाए। बीमार और बुजुर्ग यात्रियों को हेलीकॉप्टर की मदद से सुरक्षित निकाला जाएगा।
दुर्गम इलाकों में हवाई सहायता
सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने दुर्गम क्षेत्रों में फंसे श्रद्धालुओं तक हवाई मार्ग से भोजन पहुंचाने का आदेश दिया। इसके लिए वायु सेना की मदद ली जाएगी। यह कदम उन इलाकों के लिए महत्वपूर्ण है जहां सड़क मार्ग पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो चुके हैं।
संचार सेवाओं को बहाल करने के प्रयास
चंबा शहर में जियो, एयरटेल और बीएसएनएल की संचार सेवाओं को फिर से शुरू कर दिया गया है। कांगड़ा से तीन सैटेलाइट फोन चंबा भेजे गए हैं। इन उपायों से संपर्क सुविधा में सुधार की उम्मीद है।
सड़कों और बुनियादी ढांचे की मरम्मत
मुख्यमंत्री ने प्रभावित क्षेत्रों में सड़कों, पेयजल और बिजली आपूर्ति बहाल करने के लिए अतिरिक्त मशीनें और श्रमिक तैनात करने को कहा। कुल्लू और मंडी के उपायुक्तों को वैकल्पिक मार्गों से वाहन चलाने के निर्देश दिए गए।
सभी पर्यटकों को सुरक्षित निकाला गया
अधिकारियों ने बताया कि सिस्सू में फंसे सभी 380 पर्यटकों को सुरक्षित निकाल लिया गया है। पठानकोट-चंबा मार्ग को भी खोल दिया गया है। मुख्य सचिव ने आश्वासन दिया कि सभी श्रद्धालुओं की सुरक्षा सुनिश्चित की जा रही है।
निगरानी और समन्वय
मुख्यमंत्री ने मुख्य सचिव को राहत कार्यों के लिए जिला प्रशासन के साथ बेहतर समन्वय बनाने के निर्देश दिए। मुख्य सचिव प्रबोध सक्सेना ने बताया कि वह स्वयं राहत कार्यों की निगरानी कर रहे हैं। सरकार हर संभव मदद के लिए प्रतिबद्ध है।
