Manali News: हिमाचल प्रदेश के मनाली उपमंडल में ब्यास नदी की भीषण बाढ़ ने भारी तबाही मचाई है। 26 अगस्त को आई इस बाढ़ में घर, दुकानें और वाहन बह गए। प्रशासन के अनुमान के मुताबिक अब तक 20 करोड़ रुपये से अधिक का नुकसान हुआ है। नुकसान का आकलन अभी भी जारी है और यह आंकड़ा और बढ़ सकता है।
भारी बारिश ने मचाई तबाही
25 अगस्त की रात से शुरू हुई भारी बारिश ने स्थिति बिगाड़ दी। 26 अगस्त को ब्यास नदी और मनालसु नाला खतरनाक स्तर तक उफान पर आ गए। नदी ने अपना रास्ता बदल लिया और आसपास के इलाकों में भयंकर विनाश ला दिया। बाढ़ का पानी उतरने के बाद ही पूरी तबाही का सही अंदाजा लग पाया है।
जीवन भर की कमाई बह गई
बाढ़ ने लोगों के घरों और दुकानों को पूरी तरह से बहा दिया। प्रशासन की रिपोर्ट के अनुसार, 17 मकान पूरी तरह से ध्वस्त हो गए। 33 दुकानें और दो पंचायत घर भी बह गए। इसके अलावा, चार कैंप साइटें भी पानी में बह गईं। कई लोगों की जीवन भर की कमाई इस आपदा में समाप्त हो गई।
वाहनों का भारी नुकसान
बाढ़ में 33 से अधिक वाहन भी बह गए। इनमें ट्रक, जेसीबी, टेंपो, ट्रैवलर और मोटरसाइकिलें शामिल हैं। ये वाहन नदी के किनारे खड़े थे या पार्किंग में थे। बाढ़ का पानी इन्हें अपने साथ बहाकर ले गया। कई वाहनों के मलबे अब भी नदी के किनारे बिखरे पड़े हैं।
भूस्खलन से मकानों को खतरा
बारिश और बाढ़ के बाद अब भूस्खलन का नया खतरा पैदा हो गया है। सोलंग और समाहन जैसे इलाकों में कई मकानों में दरारें आ गई हैं। इनमें मलबा घुस गया है। प्रशासन ने इन खतरनाक इमारतों को खाली करवाने का आदेश दिया है। प्रभावित लोगों को तिरपाल भी प्रदान किए गए हैं।
नुकसान आकलन जारी
एसडीएम रमण कुमार शर्मा ने बताया कि नुकसान का आकलन लगातार जारी है। फील्ड से नई रिपोर्ट्स आ रही हैं। कोठी-सोलंग से पतलीकूहल तक के क्षेत्र में नुकसान का दायरा काफी व्यापक है। जैसे-जैसे मौसम साफ होगा, नुकसान का पूरा स्तर सामने आएगा। आंकड़ा और बढ़ने की संभावना है।
