Kullu News: लगातार मानसूनी बारिश ने हिमाचल प्रदेश के कुल्लू जिले में तबाही मचा दी है। व्यास नदी उफान पर है। इसने चंडीगढ़-मनाली राजमार्ग स्थित एक प्रमुख टोल प्लाजा को पानी में डुबो दिया है। सैकड़ों वाहन लगातार तीसरे दिन भी फंसे हुए हैं। भूस्खलन से सड़क का बड़ा हिस्सा बह गया है।
राजमार्ग बना नदी का रास्ता
भारी बारिश के कारण हुए भूस्खलन ने सड़क के एक बड़े हिस्से को पूरी तरह नष्ट कर दिया। यह व्यस्त राजमार्ग अब एक उफनती नदी में तब्दील हो गया है। रायसन में व्यास नदी ने टोल प्लाजा को अपनी चपेट में ले लिया। इस घटना ने सोशल मीडिया पर चुटकुलों को भी जन्म दिया।
सोशल मीडिया पर वायरल हुआ मजाक
एक सोशल मीडिया यूजर ने केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी को टैग करते हुए मजाक किया। उन्होंने लिखा कि व्यास नदी बिना टोल टैक्स दिए टोल प्लाजा से गुजर रही है। उन्होंने नदी के खिलाफ कार्रवाई की मांग करते हुए एक पोस्ट लिखी। यह पोस्ट तेजी से वायरल हो गई।
यात्रियों की मुश्किलें बढ़ीं
चंडीगढ़-मनाली राजमार्ग यात्रियों और स्थानीय लोगों के लिए जीवनरेखा है। इसके बंद होने से यात्री घंटों जाम में फंसे रहे। एनएचएआई के एक अधिकारी ने बताया कि नदी की तेज धाराओं ने सड़क के कई हिस्सों को नुकसान पहुंचाया है। पुनर्निर्माण का काम जारी है लेकिन चुनौती बड़ी है।
सड़क के बड़े हिस्से बह गए
अधिकारियों ने चेतावनी दी है कि राजमार्ग का दो सौ मीटर से अधिक का हिस्सा पूरी तरह बह गया है। बनाला में एक बड़े भूस्खलन के कारण राजमार्ग बंद करना पड़ा। आसपास के ढाबे और दुकानें बाढ़ के पानी में बह गए। इससे स्थानीय लोगों को भारी नुकसान हुआ है।
स्थानीय लोगों ने बताई मुसीबत
स्थानीय निवासियों ने इस घटना का असर विनाशकारी बताया। एक ग्रामीण ने कहा कि मनाली के कई इलाकों में बादल फटने से जलस्तर अचानक बढ़ गया। कई परिवारों की जान खतरे में पड़ गई। लोगों को ऊंचे इलाकों में पनाह लेनी पड़ी। पीने के पानी की भारी किल्लत हो गई है।
आर्थिक नुकसान की आशंका
एक अन्य निवासी ने आर्थिक नुकसान की ओर इशारा किया। उन्होंने कहा कि यह सेब के मौसम है। मौसम की वजह से सभी फल नष्ट हो रहे हैं। अगर यही स्थिति रही तो किसानों को भारी नुकसान उठाना पड़ेगा। तबाही सिर्फ खेतों तक सीमित नहीं है।
पर्यटकों में मची खलबली
पुल और संपर्क सड़कें टूट गई हैं। इससे मनाली के कई हिस्सों तक पहुंच बंद हो गई है। कई होटल और रिसॉर्ट नदी के किनारे खतरे में हैं। एक पर्यटक ने बताया कि अचानक बादल फटने से इलाके में पानी भर गया। पानी का स्तर कुछ ही मिनटों में तेजी से बढ़ गया।
हिमाचल में मानसूनी तबाही का आंकड़ा
हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश का दौर जारी है। अधिकारियों ने बताया कि दुकानें बह गई हैं। इमारतें ढह गई हैं और राजमार्ग कट गए हैं। बीस जून से अब तक मौसम संबंधी घटनाओं में कम से कम एक सौ अट्ठावन लोगों की मौत हो चुकी है। अड़तीस लोग अभी भी लापता हैं।
