Chamba News: हिमाचल प्रदेश के चम्बा जिले के चुराह उपमंडल के भड़सर गांव में एक सामूहिक मारपीट की घटना सामने आई है। इस हमले में एक महिला के सिर पर डंडे से वार किया गया, जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गई। जब महिला के परिवार वालों ने बचाव का प्रयास किया तो उन पर भी हमला कर दिया गया। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
परस राम नामक शख्स ने तीसा पुलिस थाने में लिखित शिकायत दर्ज कराई। उन्होंने बताया कि उनके चचेरे भाई डिनू राम ने बिना किसी बात के उनकी पत्नी कशीरू पर डंडे से हमला किया। इस हमले में कशीरू के सिर में चोट आई और खून बहने लगा। यह घटना गांव में ही घटित हुई और इसने पारिवारिक विवाद का रूप ले लिया।
जब परस राम ने अपनी पत्नी को बचाने की कोशिश की तो स्थिति और बिगड़ गई। डिनू राम ने अपने परिवार के अन्य सदस्यों को साथ लेकर जवाबी हमला बोल दिया। हमलावरों के समूह ने परस राम और उनके परिवार को निशाना बनाया। इस झड़प में कई लोग शामिल हो गए।
हमलावरों के समूह में डिनू राम के बेटे सुरेंद्र कुमार, भोलू, शाम लाल और पानो देवी शामिल बताए जा रहे हैं। इन लोगों ने मिलकर परस राम के पूरे परिवार को निशाना बनाया। घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और मामले की तफ्तीश शुरू कर दी।
पुलिस ने शिकायत के आधार पर संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज कर लिया है। घायलों को तुरंत इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया। परस राम और उनकी पत्नी कशीरू का मेडिकल परीक्षण सिविल अस्पताल तीसा में कराया गया। डॉक्टरों ने उनके घावों का इलाज शुरू कर दिया है।
मारपीट की यह घटना गांव में सनसनी फैला गई है। स्थानीय लोग इस हिंसक घटना से स्तब्ध हैं। ग्रामीणों का कहना है कि इस तरह की घटनाएं समाज के लिए चिंताजनक हैं। उन्होंने पुलिस से त्वरित कार्रवाई की मांग की है।
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि वे घटना के सभी पहलुओं की जांच कर रहे हैं। जिला पुलिस प्रमुख अभिषेक यादव ने पुष्टि की कि मामला दर्ज कर लिया गया है। उन्होंने कहा कि जल्द ही आरोपियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई पूरी की जाएगी।
पुलिस जांच का हाल
पुलिस टीम ने घटनास्थल का निरीक्षण किया और सबूत जुटाए। गवाहों के बयान दर्ज किए जा रहे हैं। अधिकारियों का कहना है कि वे मामले की गहराई से जांच कर रहे हैं। आरोपियों की भूमिका को स्पष्ट किया जा रहा है।
पीड़ित परिवार ने पुलिस से न्याय की गुहार लगाई है। उनका आरोप है कि हमलावरों ने जानबूझकर उन्हें निशाना बनाया। उन्होंने सुरक्षा और त्वरित न्याय की मांग की है। पुलिस ने उन्हें हर संभव सहायता का आश्वासन दिया है।
इस मामले ने ग्रामीण क्षेत्रों में बढ़ रही हिंसा की प्रवृत्ति पर सवाल खड़े किए हैं। स्थानीय नेताओं ने शांति बनाए रखने की अपील की है। उन्होंने कहा कि विवादों का निपटारा बातचीत से किया जाना चाहिए। हिंसा किसी भी समस्या का हल नहीं है।
पुलिस ने क्षेत्र में गश्त बढ़ा दी है ताकि शांति बनी रहे। अधिकारी लोगों से कानून अपने हाथ में लेने से बचने की अपील कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि किसी भी तरह की शिकायत के लिए पुलिस मदद ली जा सकती है।
अगले कदम
अब पुलिस की जांच के आधार पर आरोपियों के खिलाफ आगे की कार्रवाई होगी। सभी संबंधित दस्तावेज तैयार किए जा रहे हैं। आरोपियों को पूछताछ के लिए बुलाया जा सकता है। पुलिस मामले को अदालत में पेश करेगी।
इस तरह के मामले सामुदायिक सद्भाव के लिए चुनौती पैदा करते हैं। प्रशासन ने हस्तक्षेप कर स्थिति को नियंत्रित किया है। अब कानून का पूरा प्रक्रिया के अनुसार पालन किया जाएगा। स्थानीय लोग न्यायिक प्रक्रिया के परिणाम का इंतजार कर रहे हैं।
