Himachal News: हिमाचल प्रदेश राज्य निर्वाचन आयोग ने चंबा और मंडी जिलों की कुछ पंचायतों की मतदाता सूचियों को अमान्य घोषित कर दिया है। आयोग ने पाया कि इन पंचायतों में 2025 की बजाय 2022 की ड्राफ्ट मतदाता सूची तैयार की गई थी। इस गलती के बाद आयोग ने पूरी प्रक्रिया दोबारा शुरू करने का फैसला लिया है। राज्य निर्वाचन आयुक्त अनिल खाची ने इस संबंध में अधिसूचना जारी कर दी है।
आयोग ने चंबा जिले की तीन पंचायतों की सूची रद्द की है। इनमें भरमौर ब्लॉक की ओरा, बजोल और होली पंचायतें शामिल हैं। मंडी जिले के निहरी ब्लॉक की चार पंचायतें भी प्रभावित हुई हैं। इनमें जुहारी, बिहली, बोई और शिगल पंचायतें शामिल हैं। आयोग ने इन सभी पंचायतों के लिए नया कार्यक्रम जारी किया है।
निर्वाचन आयोग ने लिया संज्ञान
राज्य निर्वाचन आयोग ने माना कि पहले जारी निर्देशों का पालन नहीं हुआ। इसी कारण ड्राफ्ट सूचियों में त्रुटि हुई। आयोग ने पहले की प्रक्रिया को निरस्त कर दिया है। अब नई प्रक्रिया शुरू की जा रही है। इसका उद्देश्य निर्वाचन प्रक्रिया को पारदर्शी बनाना है।
आयोग ने संबंधित पंचायतों में ड्राफ्ट मतदाता सूची दोबारा तैयार करने का निर्देश दिया है। नई सूची पूरी तरह से नियमों के अनुसार बनेगी। इससे आगामी पंचायत चुनावों में मतदाताओं को कोई परेशानी नहीं होगी। आयोग ने सभी अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए हैं।
नई प्रक्रिया का कार्यक्रम
आयोग ने नई मतदाता सूची तैयार करने की तिथियां निर्धारित की हैं। 15 अक्टूबर को ग्रामसभा की विशेष बैठक बुलाई जाएगी। 16 अक्टूबर को ड्राफ्ट मतदाता सूची तैयार होगी। 17 अक्टूबर को इस ड्राफ्ट सूची का प्रकाशन किया जाएगा। मतदाताओं को दावे और आपत्तियां दर्ज करने का मौका मिलेगा।
दावे और आपत्तियां दाखिल करने की अवधि 18 से 27 अक्टूबर तक रहेगी। 31 अक्टूबर तक इन दावों और आपत्तियों का निपटारा किया जाएगा। यदि कोई मतदाता निपटान से संतुष्ट नहीं है तो वह 7 नवंबर तक अपील कर सकता है। अपीलीय प्राधिकारी 11 नवंबर तक अंतिम निर्णय लेगा।
अंतिम सूची का प्रकाशन
इस पूरी प्रक्रिया के बाद 13 नवंबर को अंतिम मतदाता सूची प्रकाशित की जाएगी। यह सूची पूरी तरह से सही और अद्यतन होगी। इसमें सभी पात्र मतदाताओं के नाम शामिल होंगे। इस कदम से पंचायत चुनावों की निष्पक्षता सुनिश्चित होगी।
राज्य निर्वाचन आयोग का यह फैसला चुनावी प्रक्रिया में पारदर्शिता लाने के लिए महत्वपूर्ण है। आयोग ने स्पष्ट किया कि कोई भी त्रुटि बर्दाश्त नहीं की जाएगी। मतदाता सूची का सही होना लोकतंत्र की मजबूती के लिए जरूरी है। आयोग इस बात का विशेष ध्यान रख रहा है।
पंचायत चुनावों की तैयारी
राज्य निर्वाचन आयोग पंचायत चुनावों की पूरी तैयारी में जुटा है। मतदाता सूची तैयार करना इस प्रक्रिया का पहला चरण है। आयोग ने सभी जिलों के अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश जारी कर दिए हैं। चुनाव शांति और निष्पक्षता से संपन्न कराना आयोग की प्राथमिकता है।
हिमाचल प्रदेश में पंचायत चुनावों को लेकर राजनीतिक माहौल गर्म है। सत्तारूढ़ दल और विपक्ष दोनों ही चुनावी तैयारियों में जुटे हैं। मतदाता सूची का सही और पारदर्शी तरीके से तैयार होना सभी पक्षों के हित में है। आयोग की यह कार्रवाई चुनाव प्रक्रिया में विश्वास बढ़ाएगी।
