Shimla News: हिमाचल प्रदेश जायका कृषि परियोजना के निदेशक डॉ. सुनील चौहान ने किसानों को उन्नत कृषि तकनीक अपनाने का सुझाव दिया है। उन्होंने कहा कि उच्च मूल्य वाली उपज को विशिष्ट बाजारों से जोड़कर ही किसानों की आय में वृद्धि संभव है। यह बात उन्होंने समेटी, मशोबरा में आयोजित दो दिवसीय कार्यशाला के समापन अवसर पर कही।
डॉ. चौहान ऑनलाइन माध्यम से जापान से जुड़े थे। उन्होंने टिकाऊ कृषि उत्पादन प्रणालियों को बढ़ावा देने की आवश्यकता पर बल दिया। उनका मानना है कि राज्य सरकार की कार्यशालाओं की सिफारिशों को लागू करना महत्वपूर्ण है। इससे किसानों को लंबे समय तक फायदा मिलेगा।
उन्होंने बताया कि परियोजना-1 और परियोजना-2 से लगभग 50,000 किसान परिवार लाभान्वित हो रहे हैं। इनमें से कम से कम 30,000 परिवारों को बाजार से सीधे जोड़ने का लक्ष्य है। इससे उनकी आय में सीधा इजाफा होगा।
डॉ. चौहान ने कहा कि केंद्र और प्रदेश सरकार किसानों का पूरा समर्थन कर रही हैं। सरकार का फोकस खाद्य सुरक्षा और सुरक्षित खाद्य उत्पादन दोनों पर है। उन्होंने हर ब्लॉक स्तर पर कृषि-व्यवसाय इकाइयाँ बनाने का भी आह्वान किया।
कार्यशाला में 18 से अधिक विशेषज्ञों ने अपने विचार रखे। उन्होंने एक मजबूत कृषि व्यवसाय नेटवर्क बनाने के तरीकों पर प्रस्तुतियाँ दीं। डॉ. राजेश कुमार ने सभी प्रतिभागियों और विशेषज्ञों को प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया। इस कार्यक्रम में किसानों और अधिकारियों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया।
