शनिवार, दिसम्बर 20, 2025

Himachal Pradesh: मंडी के शैक्षणिक संस्थान राजनीतिक खींचतान की भेंट चढ़े, छात्रों का भविष्य अधर में

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Himachal News: हिमाचल प्रदेश के मंडी जिले के तीन प्रमुख शैक्षणिक संस्थान इन दिनों राजनीतिक उठापटक का शिकार हो गए हैं। सरदार पटेल विश्वविद्यालय, थुनाग औद्यानिक महाविद्यालय और अटल मेडिकल यूनिवर्सिटी में लगातार हो रहे बदलावों ने छात्रों के भविष्य को अनिश्चितता में धकेल दिया है।

सरदार पटेल विश्वविद्यालय का घटाया गया दर्जा

भाजपा सरकार के समय स्थापित सरदार पटेल विश्वविद्यालय को अब अपनी स्वतंत्र पहचान खोनी पड़ रही है। सत्ता परिवर्तन के बाद विश्वविद्यालय के दर्जे में कटौती की गई है। इस निर्णय से स्थानीय छात्रों को गहरा झटका लगा है, जो यहां से उच्च शिक्षा प्राप्त करने की उम्मीद लगाए बैठे थे।

थुनाग औद्यानिक महाविद्यालय का विवादास्पद स्थानांतरण

30 जून की आपदा के बाद थुनाग के औद्यानिक एवं वानिकी महाविद्यालय को गोहर स्थानांतरित कर दिया गया। हैरानी की बात यह है कि महाविद्यालय भवन को आपदा से कोई नुकसान नहीं हुआ था। इस निर्णय ने किसानों और बागवानी से जुड़े छात्रों की उम्मीदों पर पानी फेर दिया है।

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अटल मेडिकल यूनिवर्सिटी को लेकर नया विवाद

मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने नेरचौक स्थित अटल आयुर्विज्ञान विश्वविद्यालय को सरकाघाट स्थानांतरित करने की घोषणा की है। हालांकि, नए स्थान पर अभी तक जमीन भी चिन्हित नहीं हुई है। इस विश्वविद्यालय की स्थापना पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने मंडी को चिकित्सा शिक्षा का केंद्र बनाने के लिए की थी।

राजनीतिक दलों में मतभेद साफ

सत्ताधारी दल के कई नेता भी इन निर्णयों से खुश नहीं हैं। उन्हें डर है कि शिक्षा संस्थानों के साथ की जा रही यह खिलवाड़ जनता को नाराज कर सकती है। विपक्षी भाजपा पहले ही इस मुद्दे को उठा चुकी है और आगामी चुनावों में इसे प्रमुख मुद्दा बनाने की तैयारी में है।

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छात्रों का भविष्य बना राजनीति का मोहरा

मंडी के इन तीनों प्रमुख शैक्षणिक संस्थानों में लगातार हो रहे बदलावों ने छात्रों को गहरी चिंता में डाल दिया है। एक ओर जहां दर्जा घटाया जा रहा है, वहीं दूसरी ओर संस्थानों को स्थानांतरित किया जा रहा है। इस अस्थिरता ने छात्रों और उनके अभिभावकों के सपनों को तोड़ना शुरू कर दिया है।

शिक्षा के नाम पर हो रही इस राजनीति ने मंडी जिले के विकास की राह में बाधा उत्पन्न कर दी है। स्थानीय निवासियों और छात्रों का मानना है कि शैक्षणिक संस्थानों को राजनीति से ऊपर उठकर देखना चाहिए, तभी क्षेत्र का सही विकास संभव हो पाएगा।

Poonam Sharma
Poonam Sharma
एलएलबी और स्नातक जर्नलिज्म, पत्रकारिता में 11 साल का अनुभव।

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