Himachal News: हिमाचल प्रदेश के स्कूल शिक्षा निदेशालय ने शिकायत निवारण प्रक्रिया को और अधिक प्रभावी बनाने का निर्णय लिया है। विभाग ने शिकायतों के समयबद्ध निपटारे के लिए 18 समर्पित जांच अधिकारियों की नियुक्ति की है, जो विभिन्न जिलों में तैनात किए गए हैं।
किन मामलों में होगी त्वरित कार्रवाई?
शिक्षा विभाग को प्राप्त होने वाली प्रमुख शिकायतों में शामिल हैं:
- शिक्षकों द्वारा अभद्र व्यवहार
- शराब के नशे में स्कूल आना
- छात्राओं के साथ छेड़छाड़ के मामले
- मिड डे मील और वित्तीय अनियमितताएं
- भ्रष्टाचार के आरोप
नई प्रक्रिया कैसे काम करेगी?
स्कूल शिक्षा निदेशक आशीष कोहली के अनुसार:
- गंभीर मामलों में 90 दिनों के भीतर जांच पूरी करनी होगी
- सामान्य मामलों का निपटारा 1-3 महीने में किया जाएगा
- जांच अधिकारी केस-टू-केस आधार पर नियुक्त किए जाएंगे
- लंबित मामलों पर त्वरित कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी
लंबित मामलों पर होगी कार्रवाई
विभाग ने संजौली कॉलेज में वित्तीय अनियमितताओं और शिक्षा निदेशालय में चिकित्सा बिल धोखाधड़ी सहित कई लंबित मामलों पर कार्रवाई करने का निर्णय लिया है। इन मामलों की जांच पहले ही पूरी हो चुकी है, लेकिन कार्रवाई अभी बाकी थी।
इस नई व्यवस्था से विभाग को उम्मीद है कि शिकायतकर्ताओं को त्वरित न्याय मिल सकेगा और शिक्षा व्यवस्था में पारदर्शिता बढ़ेगी। यह कदम शिक्षा के स्तर को सुधारने और विभाग में अनुशासन बनाए रखने की दिशा में महत्वपूर्ण माना जा रहा है।
