शुक्रवार, दिसम्बर 19, 2025

हिमाचल प्रदेश: विधानसभा सत्र से पहले शिक्षा विभाग की तैयारियां शुरू

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Himachal News: हिमाचल प्रदेश विधानसभा के आगामी शीतकालीन सत्र की तैयारियां शुरू हो गई हैं। उच्चतर शिक्षा विभाग के निदेशक डॉ. अमरजीत शर्मा ने सोमवार को सभी जिलों के उप निदेशकों को पत्र जारी किया। इसमें विधानसभा में पूछे जाने वाले सवालों के जवाब तैयार करने के निर्देश दिए गए हैं। अधिकारियों को 16 बिंदुओं पर विस्तृत जानकारी एकत्र करने को कहा गया है।

इन बिंदुओं में पिछले तीन वर्षों में किए गए शिक्षकों के स्थानांतरण शामिल हैं। जनजातीय क्षेत्रों में भेजे गए शिक्षकों की संख्या भी पूछी गई है। नई नियुक्तियों और खाली पदों की जानकारी भी तैयार करनी होगी। विभाग ने अधिकारियों और कर्मचारियों की छुट्टियां रोक दी हैं। सत्र समाप्त होने तक यह प्रतिबंध जारी रहेगा।

16 बिंदुओं पर मांगी गई जानकारी

शिक्षा विभाग ने उप निदेशकों से 16 महत्वपूर्ण बिंदुओं पर जानकारी मांगी है। इनमें शिक्षकों के स्थानांतरण का तीन साल का रिकॉर्ड शामिल है। जनजातीय क्षेत्रों में तैनात शिक्षकों की संख्या भी बतानी होगी। विभाग में हुई नई नियुक्तियों का ब्यौरा देना होगा। शिक्षक और गैर-शिक्षक पदों की रिक्तियां भी बतानी होंगी।

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भर्ती प्रक्रिया की वर्तमान स्थिति पर भी जानकारी चाहिए। यह पूछा गया है कि कितनी भर्तियां अभी pending हैं। राज्य लोक सेवा आयोग और कर्मचारी चयन आयोग को भेजे गए पत्रों का विवरण भी देना होगा। पीटीए और एसएमसी शिक्षकों से संबंधित जानकारी भी तैयार करनी है।

छुट्टियों और टूर पर रोक

विधानसभा सत्र के मद्देनजर विभाग ने कड़े कदम उठाए हैं। 13 नवंबर से सभी अधिकारियों और कर्मचारियों की छुट्टियां रद्द कर दी गई हैं। 17 नवंबर के बाद किसी भी अधिकारी को टूर पर नहीं भेजा जाएगा। यह प्रतिबंध विधानसभा सत्र की समाप्ति तक लागू रहेगा। विभाग ने इसकी अधिसूचना जारी कर दी है।

निदेशक ने स्पष्ट किया कि अधिकारियों और कर्मचारियों को रविवार और अन्य छुट्टियों के दिन भी बुलाया जा सकता है। विधानसभा व्यवसाय से जुड़े कर्मचारियों को विशेष निर्देश दिए गए हैं। उन्हें सुबह आठ बजे से रात आठ बजे तक कार्यालय में उपस्थित रहना होगा।

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कड़े कार्य समय का निर्देश

शिक्षा विभाग ने विधानसभा सत्र के दौरान कड़े कार्य समय तय किए हैं। संबंधित अधिकारियों और कर्मचारियों को लंबे समय तक कार्यालय में रहना होगा। सुबह आठ बजे से रात आठ बजे तक की ड्यूटी अनिवार्य की गई है। इस दौरान किसी भी प्रकार की कोताही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।

विभाग ने सभी प्रश्नों के जवाब समय से तैयार करने पर जोर दिया है। निदेशक ने कहा कि विधानसभा सत्र के दौरान पूरी तैयारी के साथ काम करना होगा। सभी आवश्यक दस्तावेज और आंकड़े पहले से तैयार रखने होंगे। इसके लिए हर स्तर पर गंभीरता से काम चल रहा है।

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