Dharamshala News: हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड ने राज्य में आई प्राकृतिक आपदा से प्रभावित छात्रों के लिए एक बड़ी राहत की घोषणा की है। बोर्ड अब उन सभी अभ्यर्थियों को निःशुल्क डुप्लीकेट प्रमाण पत्र जारी करेगा जिनके मूल दस्तावेज आपदा में नष्ट हो गए हैं। इसके लिए प्रभावितों को बोर्ड कार्यालय में आवेदन करना होगा।
बोर्ड के सचिव डॉ. मेजर विशाल शर्मा ने इसकी जानकारी दी। उन्होंने बताया कि 2023 की आपदा के बाद बोर्ड को कई छात्रों से उनके प्रमाण पत्र खो जाने की सूचना मिली थी। बोर्ड अध्यक्ष डॉ. राजेश शर्मा के अनुमोदन के बाद यह महत्वपूर्ण निर्णय लिया गया है। इस कदम से आपदा पीड़ितों को काफी सहूलियत मिलने की उम्मीद है।
आवेदन की प्रक्रिया
प्रभावित अभ्यर्थियों को डुप्लीकेट प्रमाण पत्र के लिए निर्धारित आवेदन पत्र को पूरी तरह भरना होगा। साथ ही आपदा में हुए नुकसान का सत्यापन प्रमाण पत्र संलग्न करना अनिवार्य होगा। यह प्रमाण पत्र आपदा प्रबंधन विभाग, उपायुक्त, एसडीएम या तहसीलदार कार्यालय से प्राप्त किया जा सकता है।
इन दस्तावेजों की जांच के बाद बोर्ड की ओर से छात्रों को निःशुल्क डुप्लीकेट सर्टिफिकेट जारी कर दिए जाएंगे। यह प्रक्रिया पारदर्शी तरीके से पूरी की जाएगी। बोर्ड का लक्ष्य है कि छात्रों को जल्द से जल्द उनके दस्तावेज मिल सकें।
शुल्क में छूट का महत्व
सामान्य स्थितियों में बोर्ड डुप्लीकेट सर्टिफिकेट के लिए शुल्क लेता है। पहली बार डुप्लीकेट जारी करने पर 1200 रुपये का शुल्क देना होता है। दूसरी बार के लिए यह राशि 2400 रुपये और तीसरी बार के लिए 4800 रुपये तक हो जाती है। आपदा की स्थिति में इस शुल्क को पूरी तरह माफ करने का फैसला लिया गया है।
यह कदम आपदा से उबरने में लोगों की मदद करेगा। वित्तीय बोझ कम होने से प्रभावित परिवारों को राहत मिलेगी। बोर्ड की यह पहल सामाजिक सहयोग की मिसाल पेश करती है। इससे शिक्षा की निरंतरता बनाए रखने में भी मदद मिलेगी।
