Shimla News: हिमाचल प्रदेश के रामपुर विधानसभा क्षेत्र में प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के चौथे चरण के तहत 22 नई सड़कों की विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (डीपीआर) तैयार की गई हैं। लोक निर्माण विभाग ने विधानसभा सत्र में यह जानकारी दी। इन रिपोर्टों को स्वीकृति के लिए राष्ट्रीय ग्रामीण अवसंरचना विकास अभिकरण को भेजा गया है।
विधायक की प्राथमिकता वाली योजनाएं
विधायक नंदलाल ने प्राथमिकता वाली योजनाओं के बारे में पूछा था। विभाग ने बताया कि क्षेत्र की 14 सड़कें और दो पुल इस सूची में शामिल हैं। इनमें से छह सड़कों और एक पुल की रिपोर्ट नाबार्ड को भेजी जा चुकी है। शेष आठ रिपोर्ट्स अभी तैयारी के दौरान हैं।
परियोजनाओं में देरी के कारण
विभाग ने परियोजनाओं में आ रही देरी के मुख्य कारण भी बताए। इनमें वन विभाग से अनुमति न मिलना एक बड़ा कारण है। साथ ही भूमि मालिकों से जमीन के उपहार पत्र (गिफ्ट डीड) न मिलने और तकनीकी आपत्तियों से भी काम रुका हुआ है।
चल रहे निर्माण कार्य
रामपुर क्षेत्र में वर्तमान में कई योजनाओं पर काम चल रहा है। चार सड़कों का निर्माण विधायक प्राथमिकता नाबार्ड योजना के तहत हो रहा है। ग्यारह सड़कें पीएमजीएसवाई चरण-3 और तीन अन्य परिवहन मार्गों के अंतर्गत बन रही हैं। सात सड़कों का निर्माण विशेष घटक विकास योजना से होगा।
भवन निर्माण की प्रगति
क्षेत्र में आठ भवनों का निर्माण कार्य भी तेजी से चल रहा है। इनमें ननखड़ी महाविद्यालय और धंगारा व ननखड़ी के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र प्रमुख हैं। जनजातीय भवन खन्नान और कई स्कूल भवन भी बन रहे हैं। इनके सितंबर 2025 तक पूरा होने की उम्मीद है।
पूर्ण हो चुकी सड़कें
पिछले तीन वर्षों में अनुसूचित जाति उप-योजना के तहत 11 सड़कों को मंजूरी मिली। इनमें से चार सड़कों का निर्माण कार्य पूरा हो चुका है। बणी बासा से खोलीघाट बाजार और कुंगलबालटी से कनमीना जैसी सड़कें शामिल हैं। काशापाट से गांव पट और देवनगर से नारी लिंक रोड भी बनकर तैयार हैं।
भविष्य की समयसीमा
अधिकांश निर्माणाधीन योजनाएं मार्च 2026 तक पूरी होने की उम्मीद है। मशनो-बंहलीधर और ब्राकल-तकलेच जैसी कुछ परियोजनाएं सितंबर-अक्टूबर 2025 तक पूरी हो जाएंगी। विभाग ने कहा कि सभी परियोजनाओं पर काम तेजी से चल रहा है। स्वीकृति मिलते ही कार्यों को और गति दी जाएगी।
