Mandi News: हिमाचल प्रदेश के मंडी जिले में कुत्तों ने एक बार फिर अपनी सूझबूझ से लोगों की जान बचाई। पड्डल वार्ड में दो कुतियों ने लगातार भौंककर लोगों को भूस्खलन का खतरा सचेत किया। इससे कई परिवार समय रहते सुरक्षित स्थानों पर पहुंचने में सफल रहे। स्थानीय निवासी योगेश राणा ने बताया कि उनकी पालतू कुतिया मौली और गली की कुतिया किट्टू ने सोमवार रात करीब साढ़े आठ बजे भौंकना शुरू किया।
भूस्खलन से पहले मिली चेतावनी
योगेश राणा के अनुसार जब कुतियों ने लगातार भौंकना शुरू किया तो वे बाहर निकले। उन्होंने देखा कि पहाड़ी से लैंडस्लाइड हो रहा है। इसके बाद उन्होंने तुरंत परिवार के सदस्यों को घरों से बाहर निकाला। सभी लोग सुरक्षित स्थानों की ओर भागने में सफल रहे। योगेश ने बताया कि पिछले कुछ दिनों से ये कुतियां बार-बार भौंककर उन्हें सचेत कर रही थीं।
कुत्तों को खतरे का पहले से अहसास
स्थानीय निवासियों का मानना है कि कुत्तों को प्राकृतिक आपदाओं का पहले से ही अहसास हो जाता है। इससे पहले 30 जून को भी धर्मपुर उपमंडल के स्याठी गांव में पालतू कुत्तों ने भौंककर अपने मालिक को जगाया था। उस समय भी पूरा परिवार और गांव के लोग भीषण प्राकृतिक आपदा से बच पाए थे। लोग अक्सर गली के कुत्तों से परहेज करते हैं, लेकिन यही कुत्ते उनकी सुरक्षा कर रहे हैं।
लगातार जारी है भूस्खलन
योगेश राणा ने बताया कि उनके घर के पास की पहाड़ी से लगातार पत्थर और मलबा गिर रहा है। इस कारण क्षेत्र में खतरा बना हुआ है। कुत्तों की सचेत करने की क्षमता ने इस बार फिर लोगों की जान बचाई है। उन्होंने कहा कि मौली और किट्टू के कारण ही वे और उनका परिवार अभी तक सुरक्षित है। लोगों ने इन कुत्तों के प्रति आभार व्यक्त किया है।
