Himachal News: विधानसभा में वकीलों की नियुक्ति और फीस पर मंगलवार को जमकर बहस हुई। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि सरकार विचारधारा नहीं, बल्कि अनुभव देखती है। उन्होंने Himachal Pradesh के हितों की रक्षा के लिए वरिष्ठ वकीलों की सेवाएं लेने की बात कही। वहीं, नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने सरकार पर सदन को गुमराह करने का आरोप लगाया। सीएम ने विपक्ष को जवाब देते हुए कहा कि सारे भुगतान पारदर्शिता से हुए हैं।
वकीलों पर खर्च हुए 2.60 करोड़ रुपये
विधायक विपिन सिंह परमार और जयराम ठाकुर के सवालों का सीएम ने जवाब दिया। उन्होंने बताया कि पिछले साल 31 दिसंबर तक 277 वकीलों की सेवाएं ली गईं। इन पर कुल 2.60 करोड़ रुपये खर्च हुए। सीएम ने स्पष्ट किया कि लोकतंत्र की रक्षा के लिए अभिषेक मनु सिंघवी जैसे वरिष्ठ वकीलों को नियुक्त किया गया है। फीस का भुगतान पूरी पारदर्शिता के साथ किया जा रहा है और इसका ऑडिट भी होता है।
वाइल्ड फ्लावर हॉल केस में ऐतिहासिक जीत
मुख्यमंत्री ने सरकार की उपलब्धियां भी गिनाईं। उन्होंने बताया कि सरकार ने 23 साल बाद वाइल्ड फ्लावर हॉल का केस जीता है। इससे Himachal Pradesh के खजाने में 300 करोड़ रुपये आएंगे। इसके अलावा जेएसडब्ल्यू के कड़छम-वांगतु प्रोजेक्ट के रॉयल्टी मामले में भी जीत मिली है। इससे राज्य को सालाना 150 से 200 करोड़ रुपये की कमाई होगी।
मुकुल रोहतगी और सिब्बल की ली सेवाएं
सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में कई अहम मामलों की पैरवी करवाई है। इनमें बीबीएमबी, शानन प्रोजेक्ट और वाटर सेस जैसे मामले शामिल हैं। इनके लिए पी. चिदंबरम, कपिल सिब्बल और अभिषेक मनु सिंघवी की सेवाएं ली गईं। मुख्यमंत्री ने याद दिलाया कि मुकुल रोहतगी भाजपा सरकार में सॉलिसिटर जनरल थे। सरकार ने उनकी सेवाएं भी एक मामले में ली हैं। यह साबित करता है कि अनुभव को ही प्राथमिकता दी जाती है।
जयराम का पलटवार- सीएम कर रहे गुमराह
नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने सीएम के दावों को खारिज कर दिया। उन्होंने आरोप लगाया कि अभिषेक मनु सिंघवी ओबराय ग्रुप और जेएसडब्ल्यू के मामलों में प्रदेश के खिलाफ लड़ते रहे हैं। उन्होंने सीपीएस मामले में दी गई फीस पर भी सवाल उठाए। जयराम ने कहा कि सीपीएस केस में चार वकीलों को दो करोड़ रुपये दिए गए। उन्होंने सरकार पर जनता के पैसे की बर्बादी का आरोप लगाया।
‘जयराम जी, आप शांत थे, अब कंफ्यूज हैं’
बहस के दौरान मुख्यमंत्री ने जयराम ठाकुर पर चुटकी ली। सुक्खू ने कहा, “जयराम जी, आपका स्वभाव तो बहुत शांत था। पता नहीं वहां विपक्ष में बैठकर आप कंफ्यूज क्यों हो गए हैं।” सीएम ने दोहराया कि खजाने से जो भी पैसा जाता है, उसका पूरा रिकॉर्ड रखा जाता है। इसमें कुछ भी छिपाया नहीं गया है।
