Himachal News: भाजपा के पूर्व प्रदेश प्रभारी अविनाश राय खन्ना ने हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल को एक पत्र लिखकर मंडी जिले के सेराज क्षेत्र में मानसूनी तबाही से उत्पन्न गंभीर संकट पर चिंता जताई है। उन्होंने इस वर्ष हुई भारी तबाही के बाद बेघर और भूमिहीन हो चुके परिवारों को तत्काल राहत उपलब्ध कराने का अनुरोध किया है।
खन्ना के पत्र के अनुसार सेराज क्षेत्र की पहाड़ियाँ भारी बारिश से दरक गईं जिससे बाड़ा पंचायत के कई घरों के साथ साथ उनकी जमीन भी बह गई। महीनों बाद भी कई परिवार अस्थायी ठिकानों पर रहने को मजबूर हैं और अपनी टूटी जिंदगी को दोबारा बसाने के लिए संघर्ष कर रहे हैं। ये परिवार अब पूरी तरह से भूमिहीन हो गए हैं।
राज्य सरकार ने पूरी तरह तबाह हुए घरों के परिवारों को एक लाख तीस हजार रुपये की पहली किस्त जारी की है। सरकार ने कुल सात लाख रुपये की सहायता देने का वादा भी किया है। परंतु यह मदद उन परिवारों के लिए अधूरी साबित हो रही है जिनके पास अब घर बनाने के लिए जमीन ही नहीं बची है।
बाड़ा पंचायत के निवासी कमल देव और गुमान सिंह जैसे कई लोगों ने सरकार से सड़क किनारे या किसी सुरक्षित स्थान पर जमीन आवंटित करने की मांग की है। इससे वे अपने परिवारों के साथ नई शुरुआत कर सकेंगे। उनका कहना है कि बिना जमीन के सरकारी आर्थिक सहायता भी अपर्याप्त है।
पंचायत प्रधान जिम्मा देवी ने बताया कि पंचायत के करीब छह परिवार पूरी तरह से भूमिहीन हो गए हैं जबकि कुल बत्तीस परिवार प्रभावित हुए हैं। इनमें से तेरह घर पूरी तरह ढह गए और उन्नीस को आंशिक नुकसान हुआ। लगभग पच्चीस गौशालाएँ भी इस आपदा में बह गईं जिससे लोगों की आजीविका पर भी गहरा असर पड़ा है।
जिम्मा देवी ने मुख्यमंत्री से व्यक्तिगत रूप से हस्तक्षेप करने का आग्रह किया है। उन्होंने विस्थापित परिवारों को सरकारी जमीन और रोजगार उपलब्ध करवाने पर जोर दिया है। उन्होंने विशेष रूप से उन महिलाओं के लिए मदद की अपील की जो इस हादसे में अपने पतियों को खोकर अब विधवा हो चुकी हैं।
अविनाश राय खन्ना ने अपने पत्र में राज्यपाल से इस मानवीय संकट पर गंभीरता से संज्ञान लेने का निवेदन किया है। उन्होंने भूमिहीन आपदा पीड़ित परिवारों को शीघ्र राहत दिलाने के लिए हस्तक्षेप करने का अनुरोध किया है। खन्ना ने राज्यपाल से इन परिवारों के पुनर्वास के लिए त्वरित और प्रभावी कदम उठाने की मांग की है।
