Himachal News: हिमाचल प्रदेश के हमीरपुर और कांगड़ा लोकसभा क्षेत्र के सांसदों ने केंद्रीय रेल मंत्री अश्वनी वैष्णव से मुलाकात कर ऊना से कांगड़ा तक नई रेल लाइन के सर्वे की मांग की। यह रेल मार्ग कुणाह होते हुए बनेगा और राज्य के प्रमुख तीर्थ स्थलों, शैक्षणिक संस्थानों और पर्यटन स्थलों को जोड़ेगा।
देवी सर्किट से जुड़ेंगे प्रमुख धार्मिक स्थल
प्रस्तावित रेल लाइन को ‘देवी सर्किट’ के रूप में विकसित किया जाएगा। यह मार्ग कालेश्वर महादेव, ज्वालामुखी मंदिर, चिंतपूर्णी देवी, बगलामुखी देवी, बज्रेश्वरी देवी, चामुंडा देवी और बालकनाथ मंदिर जैसे प्रसिद्ध तीर्थ स्थलों को जोड़ेगा। इन मंदिरों में हर साल लाखों श्रद्धालु आते हैं, जिससे पर्यटन और आर्थिक गतिविधियों को बढ़ावा मिलेगा।
छात्रों और पर्यटकों को मिलेगा लाभ
यह रेल लाइन न केवल तीर्थयात्रियों बल्कि छात्रों के लिए भी फायदेमंद होगी। इस मार्ग पर एनआईटी, आईआईटी, मेडिकल कॉलेज और सेंट्रल यूनिवर्सिटी जैसे प्रतिष्ठित संस्थान स्थित हैं। साथ ही, यह धर्मशाला क्रिकेट स्टेडियम और दलाई लामा के निवास स्थान तक बेहतर कनेक्टिविटी प्रदान करेगा।
राज्य की अर्थव्यवस्था को मिलेगा बढ़ावा
केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा कि रेल और सड़क कनेक्टिविटी किसी भी राज्य की अर्थव्यवस्था की रीढ़ होती है। इस रेल लाइन के निर्माण से सड़क परिवहन का दबाव कम होगा और व्यापार तथा पर्यटन को गति मिलेगी। साथ ही, यह पौंग बांध और धौलासिद्ध जल विद्युत परियोजना जैसी महत्वपूर्ण इकाइयों से भी जुड़ाव सुनिश्चित करेगी।
संसदीय क्षेत्रों को मिलेगा लाभ
हमीरपुर के सांसद और कांगड़ा के सांसद राजीव भारद्वाज ने इस परियोजना को राज्य के विकास के लिए अहम बताया। उन्होंने कहा कि यह रेल लाइन हिमाचल प्रदेश को राष्ट्रीय रेल नेटवर्क से बेहतर तरीके से जोड़ेगी और स्थानीय लोगों के लिए यातायात सुविधाओं में सुधार करेगी।
