Himachal Pradesh News: हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड ने डीएलएड प्रवेश प्रक्रिया के चौथे चरण की काउंसलिंग की तारीख घोषित कर दी है। यह काउंसलिंग 18 अक्टूबर को सुबह 10 बजे से बोर्ड मुख्यालय धर्मशाला में आयोजित की जाएगी। इस काउंसलिंग में निजी मान्यता प्राप्त शिक्षण संस्थानों में बची हुई 699 सीटों का आवंटन किया जाएगा। यह सीटें सत्र 2025-2027 के लिए डिप्लोमा इन एलिमेंट्री एजुकेशन कोर्स में हैं।
मैरिट सूची का किया गया प्रकाशन
बोर्ड अध्यक्ष डॉ राजेश शर्मा ने बताया कि काउंसलिंग प्रक्रिया के लिए मैरिट सूची जारी कर दी गई है। अभ्यर्थी बोर्ड की आधिकारिक वेबसाइट http://www.hpbose.org पर इस सूची को देख सकते हैं। श्रेणीवार आरक्षित बची सीटों की सूची 16 अक्टूबर तक वेबसाइट पर प्रकाशित कर दी जाएगी। अभ्यर्थियों को अपनी निर्धारित तिथि पर ही काउंसलिंग के लिए उपस्थित होना होगा।
अभ्यर्थियों के लिए आवश्यक दस्तावेज
काउंसलिंग में भाग लेने वाले अभ्यर्थियों को कुछ जरूरी दस्तावेज साथ लाने होंगे। इनमें शैक्षणिक प्रमाण पत्रों की मूल प्रतियां और सत्यापित छायाप्रतियां शामिल हैं। दसवीं और जमा दो के अंक पत्र, हिमाचली मूल निवास प्रमाण पत्र और आरक्षित श्रेणी के प्रमाण पत्र जमा करने होंगे। बोर्ड वेबसाइट से डाउनलोड किया गया बायो डाटा फॉर्म भी भरकर लाना होगा।
विशेष श्रेणियों के लिए अतिरिक्त दस्तावेज
ईडब्ल्यूएस, ओबीसी और वार्ड ऑफ एक्ससर्विस मैन श्रेणी के अभ्यर्थियों को अतिरिक्त दस्तावेज जमा करने होंगे। इन्हें निर्धारित प्रारूप में हलफनामा तैयार करवाना होगा। यह हलफनामा सक्षम अधिकारी द्वारा सत्यापित होना चाहिए। सभी दस्तावेजों की जांच काउंसलिंग के दौरान की जाएगी। दस्तावेजों में किसी प्रकार की त्रुटि पाए जाने पर आवेदन रद्द किया जा सकता है।
सीट आवंटन की प्रक्रिया
सीट आवंटन केवल मेरिट के आधार पर किया जाएगा। अभ्यर्थी को उसके वांछित संस्थान में सीट उपलब्ध होने पर ही सीट दी जाएगी। प्रत्येक अभ्यर्थी को केवल एक बार सीट आवंटित की जाएगी। इसलिए अभ्यर्थियों को संस्थान का चुनाव सोच समझकर करना चाहिए। सीट की मांग करने से पहले संस्थान की उपलब्धता सुनिश्चित कर लेनी चाहिए।
काउंसलिंग की तैयारियां
बोर्ड ने काउंसलिंग की सभी तैयारियां पूरी कर ली हैं। अभ्यर्थियों को निर्धारित समय पर बोर्ड मुख्यालय धर्मशाला पहुंचना होगा। बोर्ड वेबसाइट पर उपलब्ध मैरिट सूची और दिशानिर्देशों का अध्ययन करना जरूरी है। काउंसलिंग प्रक्रिया में देरी होने पर अभ्यर्थी का नाम काटा जा सकता है। सभी अभ्यर्थियों को समय का विशेष ध्यान रखना चाहिए।
