Himachal News: कांग्रेस पार्टी ने विनय कुमार को हिमाचल प्रदेश कांग्रेस कमेटी का नया अध्यक्ष नियुक्त किया है। निवर्तमान अध्यक्ष प्रतिभा सिंह ने इस नियुक्ति को क्षेत्रीय और जातिगत समीकरणों को ध्यान में रखकर की गई सोची-समझी नियुक्ति बताया। सिंह ने कहा कि विनय कुमार युवाओं से बेहतर तरीके से जुड़ पाएंगे।
प्रतिभा सिंह ने मीडिया से बातचीत में इस नियुक्ति का स्वागत किया। उन्होंने कहा कि सिरमौर जिले का प्रतिनिधित्व करने वाले युवा चेहरे विनय कुमार को नियुक्त करने के लिए वह कांग्रेस आलाकमान के आभारी हैं। उन्होंने उम्मीद जताई कि कुमार सभी को साथ लेकर चलेंगे और कांग्रेस कार्यकर्ताओं की उम्मीदों पर खरे उतरेंगे।
दलित नेता को मिला महत्वपूर्ण दायित्व
सूत्रों के अनुसार कांग्रेस ने दलितों की अच्छी-खासी आबादी वाले राज्य का नेतृत्व करने के लिए आरक्षित वर्ग के एक युवा नेता पर भरोसा जताया है। सिरमौर जिले की श्री रेणुकाजी विधानसभा सीट से तीन बार दलित विधायक रहे कुमार का जन्म रेणुकाजी के एक कृषक कोली परिवार में हुआ था। उनके पिता प्रेम सिंह भी चार बार रेणुकाजी सीट से विधायक रहे थे।
विनय कुमार 47 वर्ष की उम्र में इस महत्वपूर्ण पद पर पहुंचे हैं। वह विधानसभा के उपाध्यक्ष के पद से इस्तीफा दे चुके हैं। अध्यक्ष कुलदीप पठानिया ने शनिवार को उनका इस्तीफा स्वीकार कर लिया। कुमार ने दिसंबर 2012 से दिसंबर 2017 तक मुख्य संसदीय सचिव के रूप में भी कार्य किया है।
एक साल बाद मिली नई कमेटी
यह नियुक्ति काफी समय से अटकी हुई थी। पिछले साल छह नवंबर को सिंह की अध्यक्षता वाली पिछली कमेटी के भंग होने के बाद से पहाड़ी राज्य में कोई प्रदेश कांग्रेस कमेटी नहीं थी। कांग्रेस की राज्य इकाई के एक साल से भी ज्यादा समय तक निष्क्रिय रहने के कारण केवल प्रतिभा सिंह ही पार्टी की प्रदेश इकाई के अध्यक्ष के रूप में बनी रहीं।
प्रतिभा सिंह ने कहा कि वह कुमार से मिलेंगी और उन्हें बताएंगी कि सभी को साथ लेकर चलने से पार्टी को फायदा होगा। उन्होंने यह भी उम्मीद जताई कि वरिष्ठ नेताओं को संगठन में उचित स्थान दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी का कहना था कि युवा नेताओं को मौका दिया जाना चाहिए।
विनय कुमार का राजनीतिक अनुभव
विनय कुमार को अप्रैल 2022 में हिमाचल प्रदेश कांग्रेस कमेटी का कार्यकारी अध्यक्ष भी नियुक्त किया गया था। उन्होंने 2013 से 2017 तक रेणुका विकास बोर्ड के अध्यक्ष के रूप में भी कार्य किया। उनके पास विधायक और विधानसभा उपाध्यक्ष के रूप में व्यापक अनुभव है। यह अनुभव नए पद पर उनके कार्यों में मददगार साबित होगा।
कुमार के पिता प्रेम सिंह का 2011 में निधन हो गया था। विनय कुमार ने अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत अपने पिता की विरासत को आगे बढ़ाते हुए की। उन्होंने लगातार तीन बार श्री रेणुकाजी विधानसभा सीट से चुनाव जीता। उनकी इस नियुक्ति से राज्य की राजनीति में नए बदलाव की उम्मीद की जा रही है।
