Himachal Pradesh News: हिमाचल प्रदेश कांग्रेस के अगले अध्यक्ष पद को लेकर चल रही उठापटक के बीच, पार्टी की प्रदेश प्रभारी रजनी पाटिल और मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के बीच शनिवार को शिमला में एक महत्वपूर्ण बैठक संपन्न हुई। यह बैठक एक बड़े होटल में दो घंटे से भी अधिक समय तक चली। हालांकि, सीएम सुक्खू ने बैठक के बाद स्पष्ट किया कि इसमें पीसीसी अध्यक्ष पद के गठन पर कोई चर्चा नहीं हुई और केवल पार्टी के आगामी कार्यक्रमों पर विचार-विमर्श किया गया।
बैठक के बाद सीएम सुक्खू का बयान
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने मीडिया से बातचीत में कहा कि पार्टी का उच्च कमान जिसे भी अगला अध्यक्ष चुनता है, उन्हें उसका पूरा समर्थन प्राप्त होगा। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि उन्होंने किसी भी प्रकार की कोई सूची केंद्रीय नेतृत्व को प्रस्तुत नहीं की है। सुक्खू ने यह भी दावा किया कि प्रदेश कांग्रेस में किसी प्रकार की गुटबाजी नहीं है और सभी नेता एकजुट हैं।
आपदा राहत को लेकर विपक्ष पर हमला
बैठक के उपरांत सीएम सुक्खू ने विधानसभा में चल रही आपदा राहत बहस पर भी बात की। उन्होंने भाजपा पर आरोप लगाते हुए कहा कि विपक्ष आपदा जैसी गंभीर परिस्थिति में भी दोहरी राजनीति कर रहा है। उन्होंने केंद्र सरकार पर भी सवाल उठाए कि प्रदेश को आपदा राहत पैकेज के लिए अब तक कोई विशेष सहायता नहीं मिली है।
राज्य सरकार के राहत प्रयास
सुखविंदर सिंह सुक्खू ने दावा किया कि राज्य सरकार अपने सीमित संसाधनों के बावजूद प्रभावित लोगों की मदद कर रही है। उन्होंने बताया कि हिमाचल प्रदेश सरकार द्वारा जारी किया गया राहत पैकेज देश के किसी भी अन्य राज्य द्वारा दिए गए पैकेज से बड़ा और व्यापक है। सीएम ने माना कि जलवायु परिवर्तन इन आपदाओं का प्रमुख कारण है।
11 महीने से अध्यक्ष पद रहा खाली
गौरतलब है कि हिमाचल प्रदेश कांग्रेस में पिछले लगभग 11 महीनों से एक पूर्णकालिक अध्यक्ष की नियुक्ति नहीं हुई है। पिछले साल सितंबर में संगठन को भंग किए जाने के बाद से ही इस पद को लेकर अनिश्चितता बनी हुई है। हालांकि प्रतिभा सिंह को कार्यवाहक अध्यक्ष बनाया गया था। इस मुद्दे पर दिल्ली में भी सीएम सुक्खू और अन्य वरिष्ठ मंत्रियों की हाईकमान के साथ बैठक हुई थी।
नए अध्यक्ष की घोषणा की उम्मीद
प्रदेश प्रभारी रजनी पाटिल के तीन दिवसीय दौरे के दौरान यह बैठक हुई है, जिससे यह अटकलें और तेज हो गई हैं कि जल्द ही नए अध्यक्ष का ऐलान किया जा सकता है। पाटिल ने शुक्रवार को ही मीडिया से कहा था कि इस प्रक्रिया पर छह महीने से काम चल रहा है। पार्टी के भीतर भी नए नेता के चयन को लेकर काफी उत्साह देखा जा रहा है।
