Himachal News: हिमाचल प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष पद पर जल्द ही फैसला हो सकता है। पार्टी हाईकमान इस पद के लिए नामों पर विचार कर रही है। उत्तराखंड में नए अध्यक्ष की नियुक्ति के बाद अब हिमाचल पर ध्यान केंद्रित किया जा रहा है। करीब एक साल से राज्य कार्यकारिणी भंग चल रही है।
पार्टी राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने मंगलवार को उत्तराखंड में गणेश गोदियाल को प्रदेश अध्यक्ष नियुक्त किया। इस नियुक्ति के बाद हिमाचल में भी जल्द निर्णय की उम्मीद बढ़ गई है। वर्तमान में प्रतिभा सिंह कार्यकारी अध्यक्ष के रूप में कार्यरत हैं।
प्रदेश अध्यक्ष पद की दौड़ में प्रमुख दावेदार
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष पद की दौड़ में पूर्व अध्यक्ष कुलदीप सिंह राठौर का नाम सबसे आगे चल रहा है। शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर भी इस पद के प्रबल दावेदार माने जा रहे हैं। राज्य विधानसभा उपाध्यक्ष विनय कुमार का नाम भी चर्चा में शामिल है।
विधायक विनोद सुल्तानपुरी और संजय अवस्थी के नामों पर भी विचार हो रहा है। ये सभी पांच नेता शिमला संसदीय क्षेत्र से संबंध रखते हैं। कार्यकारी अध्यक्ष पद के लिए विधायक सुरेश कुमार और आशीष बुटेल के नाम भी विचाराधीन हैं।
जिला अध्यक्षों की नियुक्ति की प्रक्रिया
हिमाचल प्रदेश में जिला अध्यक्षों के चुनाव के लिए एआईसीसी ने पर्यवेक्षक तैनात किए हैं। यह प्रक्रिया अभी चल रही है। जिला अध्यक्षों पर अंतिम निर्णय पर्यवेक्षकों की रिपोर्ट के बाद लिया जाएगा। इससे संगठनिक ढांचे को मजबूत करने में मदद मिलेगी।
उत्तराखंड में जिला अध्यक्षों की नियुक्ति पहले ही की जा चुकी है। हिमाचल में इस प्रक्रिया में कुछ समय और लग सकता है। पार्टी प्रदेश और जिला स्तर पर संगठन को पुनर्गठित करने पर काम कर रही है।
उत्तराखंड में हुई नियुक्तियां
पार्टी राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने उत्तराखंड में बड़ा फैसला लिया है। गणेश गोदियाल को दूसरी बार प्रदेश अध्यक्ष का पद सौंपा गया है। इससे पहले करन माहरा को इस पद से हटाया गया था। यह निर्णय पार्टी के भविष्य की रणनीति का हिस्सा माना जा रहा है।
उत्तराखंड में हुए बदलाव के बाद हिमाचल में भी समान कार्रवाई की उम्मीद है। पार्टी हाईकमान राज्यों में संगठनिक सुधारों पर ध्यान दे रही है। इसका उद्देश्य आगामी चुनावों के लिए पार्टी को मजबूत करना है।
राजनीतिक विश्लेषकों की राय
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि प्रदेश अध्यक्ष का चयन रणनीतिक आधार पर होगा। पार्टी को सभी क्षेत्रों और वर्गों का प्रतिनिधित्व सुनिश्चित करना होगा। नए अध्यक्ष की नियुक्ति से पार्टी में नई ऊर्जा का संचार होगा। इससे कार्यकर्ताओं का मनोबल बढ़ेगा।
वर्तमान राजनीतिक परिदृश्य में कांग्रेस पार्टी के लिए यह निर्णय महत्वपूर्ण साबित होगा। अगले विधानसभा चुनावों से पहले संगठन को मजबूत करना जरूरी है। इसलिए इस पद के लिए सही व्यक्ति का चयन अत्यंत महत्वपूर्ण हो गया है।
