Himachal Pradesh News: हिमाचल प्रदेश की शिक्षा व्यवस्था अब पूरी तरह बदलने वाली है। राज्य को शिक्षा में नंबर वन बनाने के लिए सुक्खू सरकार ने बड़ी तैयारी की है। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू और शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर जल्द ही लंदन जाएंगे। वे वहां की मशहूर कैम्ब्रिज यूनिवर्सिटी का दौरा करेंगे। इस यात्रा का मकसद सरकारी स्कूलों की पढ़ाई को हाईटेक और अंतरराष्ट्रीय स्तर का बनाना है। शिक्षा विभाग के आला अधिकारी भी इस दौरे पर उनके साथ रहेंगे।
लंदन दौरे की तैयारियां हुई तेज
राज्य सरकार इस लंदन दौरे को लेकर काफी गंभीर है। हिमाचल प्रदेश में शिक्षा के स्तर को सुधारने के लिए तैयारियां जोरों पर चल रही हैं। सीएम के साथ कुछ विधायक भी इस टीम का हिस्सा हो सकते हैं। सरकार का मानना है कि इस साझेदारी से शिक्षकों के पढ़ाने के तरीके में सुधार होगा। जब शिक्षक नई तकनीक सीखेंगे, तो छात्रों के रिजल्ट भी बेहतर होंगे। शिक्षा निदेशालय अभी विदेश जाने वाले शिक्षकों का चयन कर रहा है।
कैम्ब्रिज यूनिवर्सिटी ने भेजा न्योता
कैम्ब्रिज यूनिवर्सिटी ने खुद मुख्यमंत्री और उनकी टीम को लंदन आने का आमंत्रण दिया था। सीएम सुक्खू ने इस न्योते को स्वीकार कर लिया है। लंदन में सीएम की टीम यूनिवर्सिटी के विशेषज्ञों के साथ बैठक करेगी। वहां ट्रेनिंग प्रोग्राम की क्वालिटी और भविष्य की रणनीति पर विस्तार से चर्चा होगी। हिमाचल प्रदेश सरकार और कंवेजीनियस (ConveGenius) के बीच बीते अप्रैल में एक समझौता (MoU) हुआ था। इसमें कैम्ब्रिज यूनिवर्सिटी तकनीकी पार्टनर की भूमिका निभा रही है।
33 हजार शिक्षकों को मिली हाईटेक ट्रेनिंग
इस प्रोजेक्ट का असर जमीन पर दिखने लगा है। प्रदेश के सभी 12 जिलों में अब तक 33,300 शिक्षकों को ट्रेनिंग दी जा चुकी है। कैम्ब्रिज के विशेषज्ञों ने शिक्षकों को चार खास मॉड्यूल सिखाए हैं। इनमें बच्चों की सीखने की कमी को पहचानना और सही मूल्यांकन करना शामिल है। यह ट्रेनिंग ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों तरीकों से दी गई। इसका मकसद हिमाचल प्रदेश के हर छात्र को बेहतरीन शिक्षा देना है।
