Himachal News: मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू शनिवार दोपहर दिल्ली रवाना हुए। वह नॉर्थ जोन काउंसिल की बैठक में हिस्सा लेने जा रहे हैं। यह बैठक सोमवार को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की अध्यक्षता में होगी। इस दौरान सीएम सुक्खू हिमाचल के सीमा विवाद और आपदा राहत जैसे अहम मुद्दे उठाएंगे। उनके मंगलवार को लौटने का कार्यक्रम है।
इस बैठक में हिमाचल प्रदेश अपने पड़ोसी राज्यों के साथ चल रहे सीमाई विवादों पर अपना पक्ष रखेगा। राज्य का हरियाणा, पंजाब, उत्तराखंड और जम्मू-कश्मीर के साथ सीमा विवाद लंबे समय से चला आ रहा है। इन मुद्दों का अब तक कोई स्थायी समाधान नहीं निकल पाया है। यह बैठक इन विवादों को सुलझाने का एक महत्वपूर्ण मंच साबित हो सकती है।
पड़ोसी राज्यों के साथ सीमा विवाद
हरियाणा के साथ कालका और परवाणू क्षेत्र में सीमा विवाद बना हुआ है। यह क्षेत्र पंचकूला की सीमा से लगता है। कई बार बातचीत के बावजूद इस मामले में कोई ठोस समाधान नहीं निकला है। चंडीगढ़ में हिमाचल की जमीन का मामला भी लंबित है। पंजाब और हरियाणा हिमाचल को इस पर अधिकार देने से इनकार कर रहे हैं।
जम्मू-कश्मीर में चंबा जिले की सीमा से लगे इलाकों में भी विवाद जारी है। इस मामले को पहले भी कई बार उठाया जा चुका है। उत्तराखंड के साथ भी सीमा संबंधी मुद्दे हैं। बीबीएमबी में हिमाचल अपने हक की मांग कर रहा है। यह विवाद भी कई सालों से चल रहा है।
पानी के मुद्दे और आपदा राहत
पानी से जुड़े मामले भी इस बैठक में उठाए जाएंगे। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली को रेणुका बांध से पानी की आपूर्ति की जरूरत है। हरियाणा को किशाऊ डैम से पानी चाहिए। दोनों राज्य इन परियोजनाओं में फंडिंग को लेकर आनाकानी कर रहे हैं। इन मुद्दों पर केंद्रीय गृह मंत्री से सीधी बातचीत होगी।
आपदा राहत को लेकर भी सीएम सुक्खू अमित शाह से बात करेंगे। हिमाचल सरकार ने केंद्र को 5900 करोड़ रुपये से अधिक के नुकसान का मेमोरेंडम भेजा है। प्रधानमंत्री ने 1500 करोड़ रुपये की तत्काल सहायता की घोषणा की थी। राज्य को शीघ्र अधिक राहत राशि की आवश्यकता है।
कांग्रेस अध्यक्ष पद पर चर्चा
अपने दिल्ली दौरे के दौरान सीएम सुक्खू कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं से भी मुलाकात करेंगे। पार्टी में अध्यक्ष पद की नियुक्ति अभी तक नहीं हो पाई है। बिहार चुनाव के बाद अब इस मामले में गति आने की उम्मीद है। सीएम इस विषय पर पार्टी नेतृत्व के साथ चर्चा करेंगे।
इससे पहले छह नेताओं से दिल्ली में बातचीत हो चुकी है। जिला अध्यक्षों की नियुक्ति के लिए पर्यवेक्षकों की नियुक्ति की जा चुकी है। सीएम ने नवंबर के पहले सप्ताह में अध्यक्ष पद की घोषणा की बात कही थी। अब यह मामला और विलंब हो रहा है।
सीएम सुक्खू की यह दिल्ली यात्रा कई मायनों में महत्वपूर्ण है। एक तरफ जहां वह राज्य के हितों को लेकर केंद्र सरकार से बात करेंगे। वहीं दूसरी ओर पार्टी के भीतर के महत्वपूर्ण मुद्दों पर भी चर्चा होगी। इन सभी विषयों पर होने वाली बातचीत राज्य और पार्टी दोनों के लिए अहम साबित होगी।
