Himachal News: मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने गुरुवार को धर्मशाला में कई अहम विकास परियोजनाओं का उद्घाटन किया। उन्होंने जिला पंचायत रिसोर्स सेंटर और डिजिटल फोरेंसिक डिवीजन की शुरुआत की। इस दौरान सीएम ने Himachal Pradesh में ओपीएस (OPS) लागू करने के फैसले पर विपक्ष के हमलों का जवाब भी दिया।
आधुनिक सुविधाओं का शुभारंभ
सीएम सुक्खू ने आधुनिक उपकरण प्रयोगशाला का भी उद्घाटन किया। इसके साथ ही उन्होंने जिला परिषद कर्मचारियों के लिए स्टाफ क्वार्टर की आधारशिला रखी। इन सुविधाओं से प्रशासनिक कार्यों में तेजी आएगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार लगातार विकास कार्यों को बढ़ावा दे रही है।
केंद्र ने रोकी 1600 करोड़ की सीमा
मुख्यमंत्री ने ओपीएस के वित्तीय प्रभावों पर खुलकर बात की। उन्होंने बताया कि ओपीएस लागू करने के बाद केंद्र सरकार ने Himachal Pradesh की 1,600 करोड़ रुपये की अतिरिक्त उधार सीमा बंद कर दी है। इसके बावजूद सरकार अपने वादे पर कायम है।
1.36 लाख कर्मियों को मिला लाभ
सुक्खू ने कहा कि पहली कैबिनेट में ही 1.36 लाख कर्मचारियों को ओपीएस का लाभ दिया गया। उन्होंने स्पष्ट किया कि यह फैसला राजनीतिक फायदे के लिए नहीं लिया गया था। सरकार ने कर्मचारियों की सामाजिक सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए यह कदम उठाया।
खजाने पर बढ़ेगा बोझ
सीएम ने जानकारी दी कि वर्तमान में 5,356 कर्मचारियों को ओपीएस मिल रही है। जैसे-जैसे कर्मचारी सेवानिवृत्त होंगे, सरकारी खजाने पर इसका बोझ बढ़ता जाएगा। सरकार इस चुनौती से निपटने के लिए तैयार है।
