Himachal News: हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने धर्मशाला में एक सार्वजनिक कार्यक्रम में तीखा हमला बोला। ‘राधे-राधे’ बोलने को लेकर हुए विवाद के बाद उन्होंने अपना संबोधन ‘राधे-राधे’ और ‘राम-राम’ कहकर शुरू किया। सीएम सुक्खू ने भाजपा पर मुद्दाविहीन होने और राज्य की संपदा लूटने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि सनातन धर्म की परिभाषा वही नहीं बता सकते जो इस पर राजनीति करते हैं।
सीएम सुक्खू का विवादित वीडियो पर पलटवार
मुख्यमंत्री ने धर्मशाला में चिट्टा विरोधी वॉकथॉन के बाद हजारों युवाओं को संबोधित किया। उन्होंने सीधे तौर पर भाजपा पर निशाना साधा। सुक्खू ने कहा कि भाजपा के पास कोई मुद्दा नहीं है। वह किसी के घर खाना खाने जाने या बच्चों से बात करने जैसी सामान्य बात को भी मुद्दा बना देती है।
उन्होंने पिछले दिनों साई मैदान में बच्चों से हुई बातचीत के वायरल वीडियो का जिक्र किया। सुक्खू ने दावा किया कि भाजपा के लोगों ने उस वीडियो को काट-छांटकर परोस दिया। उन्होंने आरोप लगाया कि विपक्ष ने इसे गलत तरीके से राजनीतिक रंग देने की कोशिश की।
सनातन धर्म और पारिवारिक परंपराओं का दावा
मुख्यमंत्री ने अपने धार्मिक विश्वासों को स्पष्ट करते हुए कहा कि सनातन धर्म अच्छे कर्म और दीन-दुखियों की सेवा करने की शिक्षा देता है। उन्होंने जोर देकर कहा कि वह आज से सनातनी नहीं हैं, बल्कि उनका परिवार बहुत पहले से इन मूल्यों का पालन करता आया है।
सुक्खू ने अयोध्या में श्रीराम मंदिर स्थापना का उदाहरण दिया। उन्होंने बताया कि उनकी सरकार ने उस अवसर पर एक दिन का सार्वजनिक अवकाश दिया था। उन्होंने अपने परिवार में कन्या पूजन और गोवर्धन पूजा जैसी परंपराओं का भी हवाला दिया।
भाजपा पर संपदा लूटने का गंभीर आरोप
मुख्यमंत्री ने भाजपा पर बेहद गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि भाजपा ने देश की संपदा को लूटा है। सुक्खू ने आरोप लगाया कि पांच साल तक चली डबल इंजन की सरकार ने प्रदेश की संपदा को भी नहीं बख्शा।
उन्होंने जनता के धन के दुरुपयोग का भी आरोप लगाया। सुक्खू ने कहा कि जनता को अपने धन का पता भी नहीं होता और भाजपा ने उसे लूट लिया। यह बयान उन्होंने धर्मशाला में एक बड़ी जनसभा के दौरान दिया।
जमीन के सौदे को लेकर बड़ा खुलासा
सीएम सुक्खू ने एक बड़े जमीन सौदे का भी खुलासा किया। उन्होंने दावा किया कि पिछली सरकार ने करीब 4500 बीघा जमीन सिर्फ एक करोड़ बाईस लाख रुपये में दे दी। यह सौदा कस्टमाइज पैकेज के नाम पर किया गया था।
मुख्यमंत्री ने कहा कि इतनी बड़ी जमीन पर एक पूरा शहर बस सकता है। उनके मुताबिक इस जमीन की वास्तविक कीमत लगभग पांच हजार करोड़ रुपये थी। सुक्खू ने इस सौदे को राज्य के हितों के विरुद्ध बताया।
राजनीतिक विश्लेषकों की प्रतिक्रिया
राजनीतिक विश्लेषक मानते हैं कि सीएम सुक्खू का यह बयान आगामी राजनीतिक रणनीति का हिस्सा हो सकता है। धार्मिक मुद्दों पर बहस को वे राज्य की विकास योजनाओं की ओर मोड़ने की कोशिश कर रहे हैं। भाजपा पर लगाए गए आरोपों को लेकर विपक्ष की प्रतिक्रिया अभी आनी बाकी है।
मुख्यमंत्री के इस संबोधन ने राज्य की राजनीति में एक नया मोड़ ला दिया है। अब देखना है कि भाजपा इस पर क्या जवाब देती है। राज्य में राजनीतिक गर्मी बढ़ने की आशंका है। आने वाले दिनों में इस मुद्दे पर और बहस हो सकती है।
