Himachal News: हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा जिले के नूरपुर में चिट्टा तस्करी में शामिल एक महिला के मकान पर बुलडोजर चलाया गया। प्रशासन ने सरकारी जमीन पर बने चार अवैध मकानों को ध्वस्त किया है। यह कार्रवाई नशा तस्करी के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान का हिस्सा है।
एसपी नूरपुर अशोक रत्न ने इस मामले की पुष्टि की। चार दिन के अंदर चार आरोपियों के अवैध मकान गिराए गए हैं। आरोपियों ने नशे की कमाई से सरकारी जमीन पर मकान बनाए थे। पुलिस और प्रशासन की संयुक्त कार्रवाई में यह ढांचे ध्वस्त किए गए।
परमजीत उर्फ गोशा और बुआ दास के घरों को प्रशासन ने गिराया। इससे पहले 25 अक्टूबर को सोनिया और दीपक राज के अवैध मकानों को ध्वस्त किया गया था। परमजीत गोशा और बुआ दास के रिहायशी मकानों को सील कर सरकारी कब्जे में लिया गया।
आरोपियों के खिलाफ कई मामले दर्ज
जांच में पाया गया कि परमजीत गोशा एक कुख्यात महिला नशा तस्कर है। उस पर एनडीपीएस एक्ट के तहत सात मुकदमे दर्ज हैं। उसके परिवार के अन्य सदस्य भी नशा तस्करी में सक्रिय हैं। उन पर भी सात अन्य मुकदमे दर्ज किए गए हैं।
बुआ दास के खिलाफ एनडीपीएस एक्ट के तहत दो मामले दर्ज हैं। उसके परिवार के अन्य सदस्यों पर भी सात मुकदमे दर्ज किए गए हैं। उसके बेटे रोहित कुमार के कब्जे से बड़ी मात्रा में हेरोइन बरामद हुई थी।
पुलिस ने थाना नूरपुर के तहत दर्ज मामले में 1 किलो 131 ग्राम हेरोइन बरामद की थी। साथ ही 69,45,330 रुपये नकद भी जब्त किए गए थे। इस चिट्टे की कीमत करीब 70 लाख रुपये आंकी गई थी।
सरकारी जमीन पर अवैध कब्जा
पुलिस की वित्तीय जांच में खुलासा हुआ कि आरोपियों ने भदरोया क्षेत्र में सरकारी भूमि पर अवैध रूप से मकान बनाए थे। राजस्व विभाग से सत्यापन के बाद यह पुष्टि हुई कि सभी मकान सरकारी जमीन पर बने थे।
जिला पुलिस नूरपुर की ओर से लगातार पत्राचार और प्रयासों के बाद भूमि बेदखली वारंट जारी किए गए। उप-तहसील गंगथ के सहायक समाहर्ता ने हिमाचल प्रदेश भूमि राजस्व अधिनियम के तहत यह वारंट जारी किए।
25 अक्टूबर 2025 को स्थानीय प्रशासन और पुलिस की उपस्थिति में दो अवैध मकान ध्वस्त किए गए। 27 अक्टूबर 2025 को शेष दो मकानों को प्रशासनिक कब्जे में लेकर ध्वस्त कर दिया गया। कुल चार मकानों को गिराया गया।
पुलिस ने जनता से की अपील
जिला पुलिस नूरपुर ने आम जनता से अपील की है कि वे सरकारी या शामलात भूमि पर अतिक्रमण न करें। अवैध कब्जा करने वालों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी। पुलिस का कहना है कि यह कार्रवाई जारी रहेगी।
नशा तस्करी के खिलाफ यह कार्रवाई एक बड़े अभियान का हिस्सा है। प्रशासन नशा तस्करी से अर्जित अवैध संपत्तियों को नष्ट कर रहा है। इससे अपराधियों को सबक मिलने की उम्मीद है।
पुलिस का कहना है कि वह नशा तस्करी रोकने के लिए प्रतिबद्ध है। कोई भी अवैध निर्माण सहन नहीं किया जाएगा। सरकारी संपत्ति पर कब्जे की अनुमति नहीं दी जाएगी। इस तरह की कार्रवाई भविष्य में भी जारी रहेगी।
